rtmnu

  • छात्रों ने सांस्कृतिक, खेल महोत्सव में लिया हिस्सा, अब अधिकारियों की खा रहे फटकार

Loading

नागपुर. विश्वविद्यालय स्तर पर हर वर्ष विविध तरह की सांस्कृतिक और खेल स्पर्धाएं होती हैं. इसमें अनेक छात्र हिस्सा लेते हैं. छात्र स्पर्धाएं जीतकर विवि का नाम रोशन करते हैं. इनमें कुछ छात्रों ने जोनल चैम्पियशिप जीती तो किसी ने नेशनल लेवल पर गोल्ड मैडल भी जीता है. लेकिन इन स्पर्धाओं में हिस्सा लेने वाले छात्रों को उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा है. दिसंबर 2019 से जनवरी के बीच विविध स्पर्धाओं में हिस्सा लेने वाले छात्रों को विवि प्रशासन ने आश्वत किया था कि यदि उनकी परीक्षा में व्यवधान आता है, तो उनके लिए स्पेशल परीक्षा ली जाएगी. अनेक छात्र पिछले 8 महीनों से विवि के चक्कर काट रहे हैं, किसी का एक पेपर बैक है तो किसी के दो पेपर बैक है. अधिकारी छात्रों की बातें सुनने की बजाय उन्हें फटकार लगाकर दफा हो जाने की भाषा बोल रहे हैं.

कल्चरल इवेंट्स में जोनल और नेशनल स्तर पर विवि के कई मैडल लाने वाली छात्रा सुषमा (बदला नाम) दिसंबर 2019 में ग्वालियर गई थी. उस वक्त उसकी बीए थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा चल रही थी. एक पेपर बचा था. यदि पेपर के लिए रुकती तो स्पर्धा में हिस्सा नहीं ले सकती थी. अब छात्र पांचवें सेमेस्टर में पहुंच गई है, लेकिन उसका थर्ड सेमेस्टर का एक पेपर अब भी बचा हुआ है. विवि में जाने पर अधिकारी जानकारी देने की बजाय फटकार लगा रहे हैं. परीक्षा भवन में घंटों के इंतजार के बाद भी अधिकारी सीधे मुंह बात नहीं कर रहे हैं. 

यह केवल सुषमा के साथ ही नहीं हुआ है, बल्कि सांस्कृतिक महोत्सव और खेल स्पर्धाओं में विश्वविद्यालयीन स्तर पर जोनल और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करने वाले अनेक छात्रों की समस्या है. अब तो पालक भी अधिकारियों के रवैये से परेशान हो गये हैं. 

परीक्षा विभाग में अटकी फाइल

बताया जाता है कि पढ़ाई और परीक्षा छोड़कर विविध स्पर्धाओं में हिस्सा लेने वाले छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम लेने का प्रस्ताव विद्यार्थी कल्याण विभाग द्वारा तैयार किया था. इसके आधार परीक्षा के संबंध में दिशा-निर्देश भी बनाए गए. इन दिशा-निर्देश को सभी स्तर पर मान्यता भी मिल गई. लेकिन परीक्षा विभाग में आकर फाइल अटक गई. यही वजह है कि छात्र उनके बचे हुए सेमेस्टर के विषयों की परीक्षा के बारे में पूछताछ करने विवि में आ रहे हैं तो अधिकारी संतोषप्रद जवाब देने की बजाए फटकार लगा रहे हैं. उक्त छात्र आरटीएम नागपुर विवि का प्रतिनिधित्व करने गए थे. साथ ही स्पर्धाओं में मैडल जीतकर विवि का सम्मान भी बढ़ाया. लेकिन, अब उन्हें अपने हिस्से की परीक्षा देने के लिए भटकना पड़ रहा है. अब तो कई छात्रों का यह भी कहना है कि यदि विवि का रवैया इसी तरह का रहा तो भविष्य में किसी भी स्पर्धा में हिस्सा नहीं लेंगे.  

सांस्कृतिक और खेल प्रतियोगियों में हिस्सा लेकर विद्यार्थी विवि का सम्मान बढ़ाते है. यदि इन छात्रों के लिए स्पेशल परीक्षा लेने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए गए तो उस पर तुरंत अमल होना चाहिए. छात्रों को भटकने की नौबत क्यों आ रही है. विवि प्रशासन द्वारा जल्द से जल्द इन छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम लेने की व्यवस्था की जानी चाहिए. ताकि भविष्य में उन्हें करिअर की दिशा में कोई दिक्कत नहीं आए. 

– एड. मनमोहन बाजपेयी, सीनेट सदस्य.

कब होगी परीक्षा बताया नहीं जा सकता: साबले 

इस बारे में पूछताछ करने पर परीक्षा व मूल्यांकन विभाग के संचालक प्रफुल्ल साबले ने बताया कि उक्त छात्र विंटर-2019 सत्र के है. विवि ने इन छात्रों की स्पेशल परीक्षा के लिए दिशा-निर्देश बनाए है. लेकिन फिलहाल  दिशा-निर्देश रिव्यूव के लिए परीक्षा विभाग को भेजा गया है. कोविड की वजह से दिक्कतें आ रही है. इन छात्रों के बचे हुए विषयों की ऑनलाइन परीक्षा लेना संभव नहीं है. परीक्षा ऑफ लाइन ही ली जाएगी और वह भी रेगूलर शेड्यूल के अनुसार ही ली जाएगी. लेकिन इसके लिए अभी वक्त है. परीक्षा कब तक होगी यह नहीं बताया जा सकता.