नागपुर. कपिलनगर थानांतर्गत टेकानाका परिसर में विगत 2 फरवरी की रात हुई मंगेश गणेश मेंढे (45) की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपियों के क्रिमिनल रिकॉर्ड को देखते हुए मोका लगा दिया है. शराब के पैसे नहीं देने पर मंगेश की हत्या किए जाने की प्राथमिक जानकारी सामने आई थी लेकिन असल में आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से परिसर में वर्चस्व बनाने के लिए मंगेश की हत्या करवाई थी.
इस मामले में पुलिस ने राहुल उर्फ दत्तू रमेश रामटेके (19) को गिरफ्तार किया था. प्रकरण की बारीकी से जांच करने पर हत्या में 6 अन्य आरोपियों की भूमिका सामने आई है. जिसके बाद पुलिस ने आवलेनगर, टेकानाका निवासी ऋषभ उर्फ दादू सुभाष चाफेकर (23), कपिलनगर निवासी हर्षदीप उर्फ वारल्या लक्ष्मण नगरारे (30), सहयोगनगर निवासी इरशाद उर्फ नौशाद शौकत अली (27), पावर ग्रिड चौक निवासी संतोष उर्फ पापा गौरी नक्के (34), सतीश गौरी नक्के (37) और कामगारनगर निवासी मोहम्मद बिलाल कासिम अंसारी (38) को गिरफ्तार किया. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
वर्चस्व को लेकर वारदात
मंगेश रेत का व्यवसाय करता था. इसके अलावा परिसर में वरली सट्टे का भी धंधा शुरू किया था. कम समय में ही उसने परिसर में अपनी अच्छी पकड़ बना ली थी. आरोपी भी अवैध धंधों से जुड़े हैं. मंगेश का परिसर में वर्चस्व बनता देख आरोपी परेशान थे. आरोपी अपना वर्चस्व बनाने के लिए मंगेश को मारने की तैयारी में थे. पहले से ही आरोपियों ने हत्या की योजना बनाई. तय प्लान के अनुसार ही राहुल को मंगेश से शराब के पैसे लेने के लिए भेजा गया. इनकार करने पर राहुल ने मंगेश की छाती पर 3 बार चाकू घोपकर मौत के घाट उतार दिया.
पुलिस ने राहुल के मोबाइल की कॉल डिटेल्स खंगाली. जिससे पता चला कि आरोपी उसके संपर्क में थे. हत्या के पहले भी आरोपी राहुल के साथ ही थे. आरोपी पहले भी साथ मिलकर क्राइम कर चुके थे. उन पर लगाम कसने के लिए पुलिस मोका के तहत कार्रवाई की. प्रकरण की जांच एसीपी विशाल क्षीरसागर कर रहे हैं.