Sontu Jain online fraud case Nagpur Police raided Gondia and seized 2.4 KG gold and Rs 70 lakh cash.

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  • डाॅ. बग्गा के घर से 70 लाख रुपये नकद और दो किलो सोने के बिस्किट जब्त

नागपुर/गोंदिया: महाराष्ट्र के नागपुर में ‘ऑनलाइन गेमिंग’ धोखाधड़ी (Online Gaming Fraud) की जांच कर रही पुलिस ने शुक्रवार को गोंदिया जिले में छह स्थानों पर छापेमारी की और एक जगह पर 2.4 किलोग्राम सोना तथा 70 लाख रुपये नकद बरामद किए। इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी ऑनलाइन गेमिंग किंग सोंटू (अनंत) जैन है।  बताया जा रहा है कि सोंटू ने तिजोरी की रकम अपने दोस्तों और परिचितों के लोगों के पास रखे थे।

मिली जानकारी के अनुसार, आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने  20 अक्टूबर को सोंटू के मित्र गौरव बग्गा के घर पर छापा मारा। इसमें पांच बैग नकदी और सोने के बिस्कुट मिले। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुबह 8 बजे से शुरू हुई कार्रवाई में 70 लाख रुपये और दो किलो सोने के बिस्किट जब्त किए गए।

नागपुर के एक कारोबारी से 58 करोड़ रुपये की ठगी

आरोपी सोंटू जैन ने ऑनलाइन गेमिंग में नागपुर के एक कारोबारी से 58 करोड़ रुपये की ठगी की। जिससे वह नागपुर पुलिस के रडार पर था। शिकायत के बाद 22 जुलाई को उनके घर पर छापेमारी में पुलिस को 17 करोड़ रुपये, 14 किलो सोना और 294 किलो चांदी मिली थी। इस बीच जब पुलिस ने उनके बैंक लॉकर की तलाशी ली तो उसमें से 85 लाख रुपये और 4.5 करोड़ रुपये का सोना बरामद हुआ। इस अवधि के दौरान, सोंटू के करीबी रिश्तेदारों ने उसके परिवार के एक्सीस बैंक लॉकर से नकदी और सोना लेकर और उसी बैंक में दूसरे लॉकर में स्थानांतरित करके सोंटू को भागने में मदद की। इसे लेकर बैंक के प्रबंधक अंकेश खंडेलवाल को भी पुलिस ने रडार पर लिया है।

सोंटू के दोस्त गौरव बग्गा के घर पर छापा

खबर है कि बैंक के सीसीटीवी में भी ऐसी फुटेज कैद हुई है। इसी आरोप के आधार पर आरोपी सोंटू से पूछताछ के बाद शुक्रवार की सुबह नागपुर स्थित आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने सोंटू के दोस्त गौरव बग्गा के घर पर छापा मारा। इस बीच जब जांच चल रही थी तब इलाके की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी। जिससे मिली संपत्ति की कुल मात्रा की गणना नहीं की गई और जांच देर तक जारी रही। तब तक टीम 70 लाख रुपये नकद और दो किलो सोने के बिस्कुट जब्त कर चुकी थी।

अंत में कोई विकल्प नहीं था

सत्र न्यायालय द्वारा जमानत खारिज करने के बाद सोंटू ने एक वकील के माध्यम से उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ का दरवाजा खटखटाया। हालांकि उच्च न्यायालय ने उसकी जमानत अर्जी भी खारिज कर दी। इसके बाद सोंटू ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दाखिल की। 9 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने भी उसकी जमानत खारिज कर दी और उसे सात दिनों के भीतर आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत देने से इनकार करने के बाद उनके पास कोई विकल्प नहीं था। इसी बीच 16 अक्टूबर को उसने प्रथम श्रेणी निचली अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। सोंटू जैन से गहन पूछताछ के बाद पुलिस को कुछ नाम मिले।

जानें पुलिस आयुक्त ने क्या कहा

नागपुर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इन सात स्थानों–गोंदिया में छह और भंडारा में एक–पर छापेमारी 58 करोड़ रुपये की एक ‘ऑनलाइन गेमिंग’ धोखाधड़ी मामले के तहत की जा रही है। नागपुर के एक कारोबारी से 58 करोड़ रुपये की ‘ऑनलाइन गेमिंग’ ठगी करने के आरोपी एवं गोंदिया निवासी अनंत उर्फ संतु नवरत्न जैन के आत्मसमर्पण करने के कुछ दिनों बाद यह कार्रवाई की गई है। जैन ने यह ऑनलाइन गेमिंग मंच बनाया था। आत्मसमर्पण करने से पहले, वह करीब तीन महीने फरार था। 

2.4 किलोग्राम सोना, 70 लाख रुपये नकद बरामद 

पुलिस आयुक्त ने कहा, ‘‘पुलिस ने गोंदिया में छह स्थानों पर छापे मारे और डॉ गौरव बग्गा के घर से 2.4 किलोग्राम सोना तथा 70 लाख रुपये नकद बरामद किए। शेष पांच संपत्ति (प्रापर्टी) कुछ अन्य लोगों की है।” उन्होंने कहा, ‘‘भंडारा में कार्रवाई एक बैंक कर्मचारी के घर पर की जा रही है, और उस स्थान से अब तक कुछ भी जब्त नहीं किया गया है।”

ऑनलाइन गेमिंग’ मंच के जरिए 58 करोड़ रुपये की ठगी

उन्होंने कहा कि शुक्रवार की कार्रवाई के दौरान की गई बरामदगी के बाद नागपुर के गिट्टीखदान पुलिस थाने में एक नया मामला दर्ज किया गया है।  नागपुर के कारोबारी विक्रांत अग्रवाल द्वारा इस साल जुलाई में पुलिस में एक शिकायत दायर कर मामले की जांच करने का अनुरोध किये जाने पर यह जांच शुरू की गई थी।  उन्होंने आरोप लगाया था कि उनसे एक ‘ऑनलाइन गेमिंग’ मंच के जरिये 58 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।