- प्राथमिक जांच में कई संदेह, देर रात दर्ज नहीं हुआ मामला
नागपुर. शुक्रवार सुबह एक मुंबई से रायपुर जा रहे एक रेलयात्री द्वारा अपने साथ रखें बड़ी मात्रा में 1.65 किग्रा सोने के गहने चोरी की शिकायत के बाद रेलवे सुरक्षा बल और लोहमार्ग पुलिस के माथे पर बल आ गये. इस माल की कुल कीमत 6 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है. देर रात तक जीआरपी द्वारा मामला दर्ज करने की कार्रवाई की जाती रही. उधर, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग जांच में शिकायतकर्ता यात्री की संदिग्ध गतिविधि ने आरपीएफ और जीआरपी को परेशान कर दिया.
पहले बताया 1.65 किग्रा, फिर पहुंचा 6 किग्रा
प्राप्त जानकारी के अनुसार हावड़ा-मुंबई मेल एक्सप्रेस से रायपुर जा रहा एक रेल यात्री शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे रेलवे सुरक्षा बल चौकी पहुंचा. उसने बताया कि उसके पास कुल 2.50 किग्रा सोने के गहने थे. इसमें करीब 1.65 किग्रा के गहने सेवाग्राम के आसपास किसी ने चोरी कर लिये. वह रायपुर निवासी एक सुनार के यहां काम करता है और मुंबई से गहने बनाकर लाया था.
उल्लेखनीय है कि नियमानुसार कोई भी रेलयात्री अपने साथ अधिकतम 2.50 किग्रा सोना या सोने के गहने रखकर ही सफर कर सकता है. इससे अधिक मात्रा होने पर यात्री पर विभिन्न एक्ट और धाराओं में मामला दर्ज किया जा सकता है. उधर, इतनी बड़ी मात्रा में सोने के चोरी की खबर से आरपीएफ और जीआरपी में हंगामा मच गया. आनन-फानन में जीआरपी नागपुर के पुलिस अधीक्षक एम. राजकुमार, अपर पुलिस अधीक्षक वैशाली शिंदे, पीआई मनीषा काशिद समेत अन्य अधिकारी थाने पहुंच गये. अधिकारियों द्वारा पूछताछ में उक्त यात्री ने बताया कि उसके पास कुल 6 किग्रा सोने तक चला गया.
साढू को सौंपे गहनें
मामले की गंभीरता को दिखते हुए आरपीएफ और जीआरपी ने सीसीटीवी रिकॉर्डिंग जांचनी शुरू की. आरपीएफ की सीसीटीवी यूनिट में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने विभिन्न कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी. सूत्रों के अनुसार उक्त रेलयात्री ट्रेन से उतरकर प्लेटफार्म 8 की तरफ स्टेशन के पूर्वी भाग की ओर जाता दिखाई दिया. उक्त यात्री स्टेशन से बाहर निकल गया जहां एक दोपहिया वाहन चालक उसका इंतजार कर रहा था.
जाउक्त रेलयात्री ने अपने पास रखा एक बैग उसे दे दिया और वापस स्टेशन परिसर में आ गया. जानकारी के अनुसार, दोपहिये वाहन वाला व्यक्ति रेलयात्री का साढू भाई है. वह यहां से सीधे आरपीएफ थाने पहुंचा. रेलयात्री की इस गतिविधि ने अधिकारियों के कान खड़े कर दिये. तुरंत ही रायपुर में गहनों के मूल मालिक से संपर्क किया गया और नागपुर बुलाया गया. हालांकि देर रात तक वह नहीं पहुंचे थे. ऐसे में पीआई काशिद समेत कुछ अन्य अधिकारी भी देर रात तक थाने में डंटे रहे.