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    नागपुर. ऑनलाईन परीक्षा की मानसिकता से छात्रों को बहार निकालना होंगा एैसा माहाराष्ट्र के उच्च व तंत्रशिक्षण मंत्री उदय सावंत ने कहा. वे नागपुर शासकीय तंत्रनिकेतन के 24 वे दिंक्षात समारोह में बतैर प्रमुख अतिथि बोल रहे थे. शासकीय तंत्र निकेतन के प्राचार्य एवं  नियामक मंडल के सदस्य सचिव डॉ मनोज डायगव्हाणे, नॅशनल फायर सर्व्हिस कॉलेज के संचालक राजेश चौधरी, शासकीय तंत्र निकेतन के सहसंचालक डॉ दत्तात्रय जाधव, परीक्षा नियंत्रक डॉ. एस. बारस्कर और अन्य मान्यवर भी उपस्थित थे. सावंत आगे बोले दीक्षांत समारंभ का आज भी स्वरुप इंग्रेजो के जमाने का है. यह बदलना चाहीए. आगे से दीक्षांत समारंभ मराठा तरीके से होंगे. एैसा आश्वासन मंत्री उदय सामंत ने दिया.

    पदविका प्रदान समारंभ यह विद्यर्थीयों पर केंद्रित होना चाहीए. पदविका प्रदान समारंभ विद्यार्थियों के लिए दीपस्तंभ जैसा प्रेरणादायी होना चाहीए. भविष्य में  मार्गदर्शन इस कार्यक्रम से मिलना चाहीए. बदलते समयनुसार,  आगे से  दीक्षांत समारंभ का स्वरुप भी  बदला जायेंगा. दिक्षांत समारोह मे करिअर संबंध मार्गदर्शन मिलना चाहीए, उद्योग, स्वयंरोजगार, शैक्षणिक क्षेत्र के तज्ज्ञ, नामांकित कंपनी के व्यावसायिक इन्हे आमंत्रित  किया जाना चाहीए जिनके मार्गदर्शन का लाभ विद्यर्थीयों को मिलेंगा. एैसा विश्वास उन्होने व्यक्त किया.  

    प्राचार्य डॉ. मनोज डायगव्हाणे ने संस्था के बारे में जानकारी दी. शासकीय तंत्र निकेतन ये सौ साल पुरानी संस्था है. संस्था का  उत्तम  परंपरा है. यहां से निकलने वाले छात्रों ने इसका नाम बढ़ना चाहीए, एैसा डायगव्हाणे  बोले.  

    इस अवसर पर शासकीय तंत्रनिकेतन और  नॅशनल फायर सर्व्हिस कॉलेज के बिच सामंजस्य करार  पर हस्ताक्षर भी किये गये. पदविका प्रदान समारंभ की घोषणा डॉ. डी. व्ही. जाधव ने कि. विविध विद्याशाखा के 857 को पदविका प्रदान  की गई. सिव्हिल इंजिनियरिंग, मेकॅनिकल इंजिनियरिंग, इलेक्ट्रीकल इंजिनियरिंग, ट्रॅव्हर्ल्स अँड टुरिझम  विद्याशाखा में पदविका प्राप्त करने वाले प्रथम और व्दितीय क्रमांक हासील करने वालों मेडल, प्रमाणपत्र और  पारितोषिक देकर  सन्मानित किया गया. पदविका धारको ने प्रतिज्ञा का वाचन  किया. कार्यक्रम का संचालन अधिव्याख्याता मेघा मचाले एवं आभार एम. व्ही. सरोदे ने माना.