Rape
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    नागपुर. शहर में हत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन हत्या की वारदातें सामने आ रही है. फरवरी माह में भले ही पुलिस हत्याएं रोकने में कामयाब रही हो लेकिन मार्च महीना तो मानों किसी राजस्व विभाग के जैसा हो गया. इस महीने में सभी विभागों को अपना टारगेट पूरा करना होता है. लगता है शहर के अपराधी अपना टारगेट पूरा करने में लगे हैं. शहर में अब तक 9 हत्याएं हो चुकी हैं. अब कपिलनगर थाना क्षेत्र के उप्पलवाड़ी परिसर में एक महिला की गला घोटकर हत्या कर दी गई.

    मृतक समर्थनगर निवासी दीपा जुगल दास (41) बताई गई. हत्या करने वाले और कोई नहीं उसी की घनिष्ट सहेली और उसका पति निकला. आरोपियों में परिसर में रहने वाली स्वर्णा सोनी (30) और सामी सोनी (35) का समावेश है. 1 लाख रुपये के लेन-देन को लेकर विवाद होने की जानकारी सामने आ रही है. पुलिस के अनुसार दीपा जैन इंटरनेशनल शाला की स्कूल बस में कंडक्टर का काम करती थी. पति निजी संस्थान में काम करते हैं और उन्हें 2 बच्चे भी हैं. 

    शनिवार की दोपहर घर से निकली थी 

    शनिवार की दोपहर दीपा अपने घर से निकली थी. शाम तक घर नहीं लौटी तो पति और बच्चों को चिंता हुई. आसपास के इलाके में उनकी तलाश की गई लेकिन कुछ पता नहीं चला. रातभर परिजनों ने इंतजार किया. रविवार की सुबह 9 बजे के दौरान रिश्तेदार थाना में पहुंचे और दीपा का लापता होने की शिकायत की. बस इसी दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि उप्पलवाड़ी परिसर में स्थित मैदान में महिला का शव पड़ा है. पुलिस रिश्तेदारों को साथ लेकर घटनास्थल पर पहुंची. शव दीपा का ही था. गर्दन पर दुपट्टे जैसे कपड़े से गला घोटे जाने के निशान थे. खबर मिलते ही डीसीपी मनीष कलवानिया ने भी घटनास्थल का जायजा लिया. आयकार और फोरेंसिक जांच टीम को भी मौके पर बुलाया गया. पंचनामा कर दीपा का शव पोस्टमार्टम के लिए मेयो अस्पताल भेजा गया. 

    हाथ पैर बांधकर प्लास्टिक में लपेटा शव

    दीपा के हाथ और पैर दुपट्टे से बांधकर उसकी लाश प्लास्टिक में डालकर फेंकी गई थी. पुलिस को पूरा संदेह था कि मर्डर कहीं और हुआ है. परिसर में केवल लाश फेंकी गई है. परिजनों से पूछताछ में पता चला कि दीपा अपनी सहेली स्वर्णा से मिलने गई थी. घर नहीं लौटने पर पति जुगल ने स्वर्णा को फोन किया. उसने बताया कि कुछ देर बाद ही दीपा उसके घर से निकल गई थी. पुलिस को शुरुआत से उसपर संदेह था लेकिन वह मुंह खोलने को तैयार नहीं थी. आखरी बार दीपा को उसी के घर के सामने देखा गया था. फोन पर बात भी उसी से हुई थी.

    पति-पत्नी ने मिलकर घोटा गला

    डीआईजी सुनील फुलारी और डीसीपी चिन्मय पंडित भी कपिलनगर थाने पहुंचे. स्वर्णा से बारीकी से पूछताछ करने पर उसने सच उगल दिया. स्वर्णा ने बताया कि दीपा ने उसे 1 लाख रुपये उधार दिए थे. वह कई दिनों से अपने पैसे वापस मांग रही थी. शनिवार की दोपहर 1.30 बजे के दौरान वह घर पर आई. पैसे नहीं देने के कारण विवाद हो गया और हाथापाई की नौबत आ गई. इसी दौरान स्वर्णा और सामी ने मिलकर दीपा की गला घोटकर हत्या कर दी. बाद में दुपट्टे से ही उनके हाथ और पैर बांधे गए. उनका शव प्लास्टिक में लेपटकर मैदान में फेंका गया. इस वारदात में और भी लोगों का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है. देर रात तक पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही थी.