नाशिक: ‘जल जीवन मिशन’ अभियान (Jal Jeevan Mission Campaign) अंतर्गत 15 अगस्त को जिले के 100 प्रतिशत वैयक्तिक और संस्थात्मक नल जोड़ने की प्रक्रिया पूर्ण किए जाने से जिले के 111 गांवों (Villages) के नागरिकों को जल के माध्यम से पानी (Water) मिलने वाला है। देश के हर एक परिवार का घरेलू स्तर पर नल के माध्यम से नियमित, शुद्ध और 55 लीटर प्रति व्यक्ति पानी उपलब्ध करने के लिए केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन की शुरुआत की है। इस अभियान के अंतर्गत जिले के हर एक गांव के 100 प्रतिशत परिवारों को नल कनेक्शन देकर जलापूर्ति के साथ गांव के सभी स्कूल, अंगणवाडी, संस्था, सार्वजनिक जगह को नल द्वारा जलापूर्ति की जाएगी।
इस निकष के अनुसार जलापूर्ति किए जाने वाले गांवों को सरकार के निर्देश के तहत हर घर जल गांव के रूप में घोषित किया जाएगा। इसके तहत जिला परिषद ग्रामीण जलापूर्ति विभाग अंतर्गत जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले के गांवों में जलापूर्ति योजना का काम शुरू किया गया है।
जल उत्सव अभियान कार्यान्वित किया गया
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी लीना बनसोड ने जल जीवन मिशन अंतर्गत शुरू कार्य समय पर पूर्ण होने के लिए सभी यंत्रणा का नियमित जायजा लिया जा रहा था। स्वतंत्रता अमृत महोत्सव के अवसर पर हर घर जल गांव करने के लिए जिले में मुख्य कार्यकारी अधिकारी लीना बनसोड के मार्गदर्शन में जल उत्सव अभियान कार्यान्वित किया गया।
तहसील स्तर पर प्रयासरत थे अभियंता
हर घर जल गांव का निकष पूर्ण करने वाले जिले के 111 गांवों को 15 अगस्त 2022 को हर घर जल गांव के रूप में घोषित किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत हर घर जल गांव के निकष पूर्ण करने वाले गांवों में ग्रामसभा लेकर प्रस्ताव और वीडियो चित्रीकरण कर केंद्र सरकार के संकेत स्थल पर मोबाइल एप के माध्यम से भेजने के बाद जिले के इन गांवों को हर घर जल गांव के रूप में घोषित करने की जानकारी जल और स्वच्छता विभाग की उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. वर्षा फडोल ने दी। जल उत्सव अभियान सफल करने के लिए गटविकास अधिकारी, जिला जल और स्वच्छता कक्ष के सभी सलाहगार, तहसील स्तर के गट समन्वयक, समूह समन्वयक, जल जीवन मिशन अंतर्गत तहसील स्तर पर कार्यरत अस्थायी अभियंता प्रयासरत थे।
तहसीलों में गांवों की संख्या इस प्रकार है
- बागलाण-6
- चांदवड-6
- देवला-2
- दिंडोरी-9
- इगतपुरी-9
- कलवण-13
- मालेगांव-4
- नाशिक-10
- निफाड-9
- पेठ-13
- सिन्नर-16
- सुरगाणा-7
- त्र्यंबकेश्वर-4
- येवला-3