लासलगांव डिपो के 15 कर्मी निलंबित, अब तक 27 कर्मियों पर कार्रवाई

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    लासलगांव : 7 नवंबर से लासलगांव डिपो (Lasalgaon Depot) आगार के कर्मियों (Workers) ने अपने विविध मांगो के लिए आंदोलन (Agitation) शुरू किया है। राज्य परिवहन महामंडल (State Transport Corporation) के कर्मियों (Employees) ने उनकी मांगो को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन शुरू किया है।

    प्रशासन ने वेतन वृद्धि देने के बावजूद कर्मियों के आंदोलन वापस नहीं लेने से लासलगांव डिपो के फिर से 15 कर्मियों को निलंबित किया गया है। इससे पूर्व 12 कर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई कि गई है, लेकिन इसके बाद भी आंदोलन कर्मी काम पर नहीं लौटे। इससे आम नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। दूसरी ओर निजी गाड़ी चालक यात्रीयों से औने पौने दाम वसुल रहे है। लासलगांव से पुणे स्लीपर कोच के लिए 1400 रुपए का किराया वसुला जा रहा है, जबकी नाशिक से विंचूर के लिए 150 रुपए लिए जा रहे है।

    राज्य परिवहन महामंडल को सरकारी सेवा में शामिल करने सहित विभिन्न मांगो को लेकर एसटी महामंडल कर्मियों ने 7 नवंबर से आंदोलन शुरू किया है।  इसमें लासलगांव डिपो के करिब 200 कर्मी शामिल हुए। इसमें से अब तक 27 कर्मियों को सेवा से निलंबित किया गया है। इस आंदोलन के कारण प्रतीदिन 136 फेरीया रद्द कि गई है। लासलगांव डिपो का 6 लाख रुपए की आय प्रभावित हो रही है। विगत 1 करोड़ 20 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। नौकरीपेशा लोगों को परेशानी हो रही है, जो निजी और यात्री वाहनों का उपयोग कर रहे है। जिन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।

    विकल्प नहीं था

    मैं और लासलगांव पुलिस थाना के निरीक्षक राहुल वाघ ने कर्मियों को शांत करने का प्रयास करते हुए आंदोलन वापस लेने का अनुरोध किया, लेकिन एसटी कर्मियों ने इसे कोई प्रतिसाद नहीं दिया। विकल्प न होने के कारण 15 कर्मियों को निलंबित किया गया है।

    - समर्थ शेलके, डिपो प्रमुख, लासलगांव