suicide
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    इगतपुरी : हर्सुल (Harsul) के पास बोरीपाड़ा सरकारी आश्रम स्कूल में 9वीं कक्षा की एक छात्रा ने आत्महत्या (Suicide) कर ली। मृतक की पहचान रोहिणी बापू वाड (उम्र 15, खडक ओहोल निवासी) के रूप में हुई है। आदिवासी विकास विभाग (Tribal Development Department) का प्रदेश में स्थापित होने वाला यह पहला आश्रम स्कूल (Ashram School) है। रविवार (Sunday) दोपहर रोहिणी ने आत्महत्या कर ली।

    दरअसल इस दिन स्कूल की छुट्टी थी। उसके सभी दोस्त और अन्य छात्र रात के खाने के लिए बाहर गए थे। लेकिन रोहिणी उनके साथ नहीं गई। उसने अपनी सहेली से उसके लिए एक डिब्बा लाने को कहा। फिर उसने पंखे से फंदा लगा कर फांसी लगा ली। रोहिणी की सहेली उसके लिए लंच बॉक्स लेकर आई। उसने कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला। अंदर ताला लगा हुआ था। काफी देर तक छात्रों ने प्रयास किया। लेकिन दरवाजा नहीं खोला गया तो आखिरकार छात्र दौड़कर छात्रावास अधीक्षक के पास गए। वे दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए। तब पता चला कि रोहिणी का दम घुट चुका था। पुलिस पाटिल और पुलिस उप-निरीक्षक ने पंचनामा किया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए ग्रामीण अस्पताल भेज दिया गया है।

    रोहिणी पढ़ाई में होशियार थी। लेकिन उसका गांव खडक ओहोल बोरीपाड़ा आश्रम स्कूल से आठ किलोमीटर दूर था। स्कूलें शुरु हैं और एसटी कर्मचारियों की हड़ताल भी। इससे रोहिणी की पढ़ाई का नुकसान हो रहा था। रोहिणी के माता-पिता खेतिहर मजदूर हैं, इसलिए उसकी पढ़ाई ना रुके इसलिए उन्होंने उसे आश्रम विद्यालय में दाखिल कर दिया था। लेकिन यहां उसने आत्महत्या कर ली। रोहिणी पढ़ाई में होशियार थी। उसके शिक्षकों ने भी उसकी प्रगति की सराहना की। उसे पढ़ाई का कोई टेंशन नहीं था। उसकी आत्महत्या का सही कारण अभी भी अज्ञात है। हर्सुल के सहायक निरीक्षक गणेश वरुले के मार्गदर्शन में कांस्टेबल बालू राउत, एकनाथ पागर और सुनील तुंगर आगे की जांच कर रहे हैं।