नाशिक : महाराष्ट्र में (Maharashtra) कोरोना वायरस (Corona Virus) के प्रकोप के बाद मार्च 2020 से ऑफलाइन (Offline) स्कूल बंद हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण (Infection) कम होने के बाद राज्य सरकार (State Government) ने 1 दिसंबर से स्कूल शुरू करने का फैसला किया है। लेकिन,ओमिक्रोन संस्करण के संकट के कारण, मुंबई, पुणे, नाशिक, औरंगाबाद और नागपुर (Mumbai, Pune, Nashik, Aurangabad and Nagpur) में स्कूल शुरू करने का निर्णय स्थगित कर दिया गया था।
आखिर नाशिक (Nashik)में स्कूल शुरू कर दिए गए हैं। नाशिक के ग्रामीण इलाकों में पहली से चौथी तक की कक्षाएं शुरू हो गई हैं। शहर में पहली से सातवीं तक की कक्षाएं शुरू हो गई हैं। कई स्कूल छात्रों का फूलों से स्वागत किया गया। शहर में पहली से सातवीं तक के 504 स्कूलों में 1 लाख 85 हजार छात्र हैं।
ओमिक्रोन से सर्तकता
राज्य में स्कूल शुरू करने का निर्णय राज्य सरकार ने ऐसे समय में लिया है जब राज्य में कोरोना का प्रसार कम हो रहा है। स्कूल शुरू करने का निर्णय स्थानीय स्तर पर ओमिक्रोन वायरस के प्रकोप को देखते हुए लिया गया था। स्कूलों को कोरोना और ओमिक्रोन की पृष्ठभूमि में साफ-सुथरा और शारीरिक रूप से प्रतिष्ठित रखा जाएगा।नाशिक के जिला कलेक्टर सूरज मांढरे ने कहा था कि नाशिक में स्कूल राज्य सरकार द्वारा जारी नियमों का पालन करते हुए चलाए जाएंगे। अब नाशिक जिला प्रशासन ने स्कूल शुरू करने की सारी तैयारियां पूरी कर स्कूल शुरू करने का फैसला किया है।
ग्रामीण के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी स्कूल शुरू किए जाएंगे
नाशके जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जिला परिषद स्कूल और शहरी क्षेत्रों में स्कूल आज से शुरू हो रहे हैं। डेढ़ साल के लंबे इंतजार के बाद नाशिक के स्कूलों में छात्र कदम रखेंगे। इस मौके पर स्कूलों ने भी छात्रों के स्वागत की व्यवस्था की है। शिक्षकों को भी कोरोना वैक्सीन की दो डोज लेनी पड़ती है। इस बीच, मुंबई में स्कूल शुरू करने पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में स्कूल शुरू करने का फैसला 15 दिसंबर तक के लिए टाल दिया गया है।