Water crisis in many wards of Ambarnath, water being made available to people by tankers
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नासिक: जैसे-जैसे गर्मी (Heat) का प्रकोप बढ़ रहा है, वैसे-वैसे जिले में जल किल्लत (Water Shortage) का संकट गहराता जा रहा है। जल किल्लत का सामना करने वाले नागरिकों को राहत देने के लिए जिला प्रशासन की ओर से टैंकरों (Tankers) द्वारा जलापूर्ति (Water Supply) की जा रही है। आज की स्थिति में 39 गांवों के 47 हजार नागरिकों को 21 टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। अप्रैल माह के पहले सप्ताह से जिले में जल किल्लत महसूस की जा रही है। इसके चलते देवला में पहले टैंकर से जलापूर्ति शुरू हुई।  जैसे-जैसे गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है, वैसे-वैसे नासिक जिले में जल किल्लत का संकट गहराता जा रहा हैं।

इसके चलते टैंकर से जलापूर्ति करने की मांग बढ़ रही है। आज की स्थिति में येवला, चांदवड़, मालेगांव, बागलाण और देवला तहसीलों में टैंकर द्वारा जलापूर्ति की जा रही है। 29 गांवों और 10 वाड़ियों में टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। येवला तहसील में सबसे अधिक जल किल्लत महसूस की जा रही है। इसलिए 19 गांवों और 7 वाड़ियों में 13 टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है। चांदवड़ और मालेगांव तहसील में 3-3 टैंकरों द्वारा जलापूर्ति की जा रही है। चांदवड़ में 6 तो मालेगांव में 4 जगह पर टैंकर से जलापूर्ति हो रही है। कुल मिलाकर जिले के 46 हजार 951 नागरिकों को टैंकर द्वारा पानी दिया जा रहा है।

जिले में नौ कुएं किए गए अधिग्रहीत

जल किल्लत महसूस किए जाने वाले गांवों को जलापूर्ति करने के लिए अब तक नौ कुएं अधिग्रहीत किए गए हैं। मालेगांव में छह और देवला में तीन कुएं अधिग्रहीत किए गए है। जिले में टैंकर के 36 राउंड मंजूर किए गए हैं। प्रत्यक्ष में 35 राउंड से ही जलापूर्ति की जा रही है।

तहसील स्तर पर टैंकर की स्थिति                           

तहसील    गांव    टैंकर       लाभार्थी
बागलाण               02 01  1186
चांदवड़  06           03 11010
देवला    01 01 4730
मालेगांव  04 03  5847
येवला     26         13   24178
कुल     39  21   46951

मनमाड शहर में भीषण पेयजल संकट

वहीं, मनमाड़ में जहां शहर को जलापूर्ति करने वाले बांध का पानी समाप्त होने की कगार पर पहुंच गया है, वहीं दूसरी ओर भूमिगत जलस्तर तेजी से नीचे जाने के कारण बोरवेल भी बंद होने लगे हैं। इसके कारण मनमाड शहर में भीषण पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। इस समय नगर पालिका शहर में 15 दिन बाद जलापूर्ति कर रही है। इससे लोगों को पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। शहर में उत्पन्न जल संकट को हल करने के लिए पालखेड बांध से पानी देने की मांग नगर पालिका प्रशासन द्वारा जलापूर्ति विभाग से की गयी हैं। मनमाड के जनता पिछले 35 सालों से पेयजल संकट का सामना करती आ रही है। इस साल यह संकट विकराल होता जा रहा हैं। शहर को जलापूर्ति करने वाले वागदरडी बांध का पानी लगभग समाप्त होने की कगार पर है। इस समय बांध में केवल एक माह तक का पानी शेष है, जिसके कारण शहर में भीषण जल संकट उत्पन्न हो गया है।