Sinnar fire

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सिन्नर: सिन्नर तहसील (Sinnar Tehsil) के दुसंगवाड़ी गांव (Dusangwadi Village) में खेत में पशुओं के खाने के लिए रखे गए चारे पर बिजली गिर जाने से आग (Fire) लग गई, जिसमें पूरा चारा जलकर राख हो गया। जब आग लगी तो कोई भी उसे बुझाने के लिए आगे नहीं जा सका, क्योंकि इलाके में तूफानी हवाएं चल रही थी। सिन्नर (Sinnar) से आई नगर निगम की दमकल गाड़ी ने आग बुझाई, लेकिन सारा चारा तब तक जल चुका था। दुसंगवाड़ी गांव के समूह संख्या 139 में सेवानिवृत्त शिक्षक दगड़ू बाबूराव धमाले का खेत है। वहां उन्होंने खेतों से कटी सोयाबीन को पशुओं के चारे के रूप में जमा किया था। टमाटर की टहनियां, बांस भी अगल-बगल ढेर कर रखे गए थे।

रविवार दोपहर सिन्नर के पूर्वी हिस्से में तूफान आया। इस बीच आसमान में बिजली भी चमक रही थी। करीब एक बजे बिजली गिरने की आवाज हुई और धमाले के खेत में रखे चारे के ढेर पर बिजली गिरी और अचानक आग लग गई। हवा के कारण आग ने रौद्र रूप धारण कर लिया। तूफान के दौरान लगी आग को बुझाने के लिए कोई आगे नहीं आया और इलाके की बिजली आपूर्ति भी काट दी गई। 

इतने लाख रुपए का हुआ नुकसान

जैसे ही तूफान रुका, सरपंच कनीफनाथ घोटेकर ने सिन्नर नगरपालिका के अग्निशमन दल से मदद मांगी, लेकिन तब तक चारा, बांस के ढेर, ड्रिप ट्यूब जल चुके थे। इस घटना में धमाले को लगभग डेढ़ लाख रुपए का नुकसान हुआ है।आग से कुछ ही दूरी पर हाल ही में काटी हुई हरी प्याज एक चादर के नीचे ढकी हुई थी, लेकिन आग उस ढेर तक नहीं पहुंच सकी। यदि एक भी चिंगारी इस स्थान पर गिरती तो धमाले को और अधिक क्षति होती।