पूर्व विधायक अनिल गोटे ने महाजन पर बोला हमला

  • कहा, पूर्व मंत्री गिरीश की हो जांच
  • जलगांव, धुलिया व नाशिक मनपा में एक ही ठेकेदार

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नाशिक. पूर्व विधायक अनिल गोटे ने जलगांव में बीएचआर क्रेडिट सोसायटी घोटाले के सिलसिले में पूर्व मंत्री गिरीश महाजन पर निशाना साधा है. जलगांव, धुलिया और नाशिक मनपा में ठेकेदार एक ही हैं और ठेके में साझेदार भी बीएचआर मामले में शामिल हैं. जैसा कि ये सभी व्यक्ति महाजन से संबंधित हैं. राज्य सरकार ने मांग की है कि महाजन को बीएचआर घोटाले में शामिल समझा जाए. पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने बीएचआर मल्टीस्टेट को-ऑपरेटिव क्रेडिट यूनियन में कदाचार के संदेह में जलगांव में सुनील झंवर के रमेश मोटर ड्राइविंग स्कूल के कार्यालय पर छापा मारने के बाद वित्तीय हित के कई मामले प्रकाश में आए हैं. 

झंवर के कार्यालय में मिले गिरीश के लेटरहेड से राजनीति गरमाई 

सुनील झंवर के पूर्व मंत्री गिरीश महाजन के साथ संबंध और कार्यालय में महाजन के नाम के लेटरहेड ने राजनीति को गर्म कर दिया है. एकनाथ खडसे, जिन्होंने बीजेपी से राकां का बचाव किया, ने मुक्तेनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और दावा किया कि उन्हें क्रेडिट सोसायटी के कदाचार के बारे में कई शिकायतें मिली हैं. खडसे ने तत्कालीन भाजपा सरकार से जांच का अनुरोध किया था. उन्होंने तत्कालीन राज्य प्रमुखों पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है. गुरुवार को खडसे नाशिक के दौरे पर थे. गोटे ने भी महाजन पर आरोप लगाए हैं. 

महापौर, स्थायी समिति अध्यक्ष व मनपा आयुक्त भी ठेकों में भागीदार

छापेमारी में झंवर के दफ्तर में मिले दस्तावेज संदिग्ध हैं और झंवर वाटरग्रेस कंपनी में पार्टनर है. उसी कंपनी का जलगांव, धुलिया और नाशिक में ठेका है. भाजपा के सत्ता में आने के बाद ही इन ठेकेदारों को इन महानगर पालिकाओं में ठेका मिला है. महाजन के करीबी लोगों को ही ठेका कैसे मिला? महापौर, स्थायी समिति अध्यक्ष और धुलिया और जलगांव नगर निगमों के आयुक्त भी इन ठेकों में भागीदार हैं. गोटे ने इस संबंध में उनके पास सबूत होने का भी दावा किया है.