कत्थे की लकड़ी की तस्करी करने वाला गुजरात का वाहन जब्त

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    नाशिक : सुरगाणा (Surgana) और पेठ (Peth) के जंगलों (Forests) से खैर लकड़ी (Wood) की तस्करी (Smuggling) कर रहे वाहन को वन विभाग (Forest Department) की टीम ने जब्त करने में सफलता हासिल की है। वन विभाग की ओर से चलाए गए ऑपरेशन में गुजरात राज्य (Gujarat State) से आए एक वाहन और अवैध रूप से काटी गई कत्थे की लकड़ी को जब्त किया गया है। इस क्षेत्र से लगातार हो रही कत्थे की लकड़ी की तस्करी को रोकने के लिए वन विभाग को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। 

    गुजरात से महाराष्ट्र नाशिक जिले के सुरगाणा और पेठ के जंगलों से कत्थे की लकड़ी की तस्करी की जाती है। वन टीम को गोपनीय सूचना मिली थी कि तस्कर पिक-अप वाहन संख्या जीजे 15 जेड 4470 में पलसान वन क्षेत्र के बोरपाड़ा वन अंचल के वन क्षेत्र से कत्थे की लकड़ी को बाहर भेजा जा रहा है। इस जानकारी के बाद पश्चिमी प्रमंडल के वन संरक्षक पंकज गर्ग के मार्गदर्शन में बारह वन परिक्षेत्र अधिकारी एस. पी. कवर, रोइंग स्क्वॉड अधिकारी सुरेश गवरी, पलासन वनपाल बी. सी. भोये, वन रक्षक टी. एच. खांडवी, खड़कमल वन रक्षक वाई. एस. गावित की टीम ने 18 अगस्त की रात करीब एक बजे वन क्षेत्र से गुजरने वाली सड़क पर जाल बिछाया। इस दौरान वन विभाग के आने की सूचना संदिग्ध तस्करों ने जैसे ही सुनी तो तस्करों ने भागने का रास्ता बदल लिया। 

    तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज

    वन अधिकारी भी दूसरे रास्ते से गुजरात की ओर चोरवाट पहुंचे। टीम ने बोरपाड़ा रोड से गुजरते समय एक वाहन में पिक-अप का पीछा किया। इस दौरान तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए। इस मौके पर वन विभाग की टीम ने खैरा की लकड़ी के बीस टुकड़े (0.907 क्यूबिक मीटर) जब्त किए। पिक-अप चालक समेत अज्ञात तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।