Crime
File Photo

    Loading

    नासिक :  नासिक-त्र्यंबकेश्वर (Nashik-Trimbakeshwar) सड़क पर स्थित लॉज (Lodge) और होटलों (Hotels) में अवैध रूप से देहविक्री (Prostitution) कारोबार सहित युवक-युवतियों का अनैतिक कृत्य (Immoral Act) शुरू होने की सनसनीखेज जानकारी सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक शहाजी उमप (Superintendent of Police Shahaji Ump) ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई (Action) करने के आदेश दिए। इसके बाद कुछ स्थानीय पुलिस कर्मियों ने लॉज चालकों को धमकाने की बात कहीं जा रही है। नागरिकों ने खुलेआम चल रहे इस अवैध देह बिक्री के धंधे को स्थायी रूप से बंद करने और इस गोरखधंधे में शामिल पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की मांग की। 

    त्र्यंबकेश्वर रस्ते पर निजी विश्वविद्यायालय, महाविद्यालय सहित अनेक स्कूल होने के कारण यहां पर हजारों विद्यार्थियों का आवागमन होता है।  महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल होने के कारण अनेक राज्यों से श्रद्धालू आते जाते रहते है। इसके बावजूद पुलिस की नाक के नीचे होटल और लाज में चल रहे इस प्रकार के अनैतिक धंदा को लेकर श्रद्धालू और ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया। नासिक-त्र्यंबकेश्वर मार्ग पर सर्वाधिक लॉज है। इसमें से अनेक जगहों पर सुबह सात बजे से मध्य रात तक युवक-युवतियों का आवागमन होता रहता है। महाविद्यालय सहित स्कूल के विद्यार्थियों को लाॅज के बाहर देखा जाता है।  कुछ रकम थमाने पर बिना किसी रोक टोक के ‘कमरे’ उपलब्ध होते है। इसकी गुप्त जानकारी पुलिस अधीक्षक को मिलने के बाद उन्होंने तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए, लेकिन अब तक त्र्यंबकेश्वर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई क्यों नहीं की? जिसे लेकर ग्रामीण प्रश्न उठा रहे है। 

    आर्थिक लेन देन का गणित

    प्रति लॉज 4 हजार रुपए का हाप्ता। प्रति महीने 4 लाख की ‘वसूली’। अवैध वसूली का पैसा किसे पहुंचाती हैं स्थानीय पुलिस? बेलगाव ढंगा से त्र्यंबकेश्वर के दरम्यान 100 से अधिक लॉज है। अंजनेरी परिसर के 4 किलोमीटर के अंतर में 55 लॉज है। प्रति घंटे के हिसाब से मिलता है किराए पर कमरा। पार्किंग के लिए अलग व्यवस्था। एसी कमरे के लिए प्रति दिन 1200 रुपए। एक घंटे के लिए 500 रुपए। प्रति घंटे के माध्यम से प्रति दिन लगभग 5 हजार की कमाई। 

    अनुमति मिली?

    कम समय में त्र्यंबकेश्वर रस्ते पर लॉजिंग की संख्या बढ़ गई है। इसके बाद अनुमतियों का मुद्दा सामने आया है। कई भूखंड अभी अकृषक नहीं हुए है। कई दुकानदारों के पास फूड लाइसेंस, शॉप एक्ट, लॉजिंग की अनुमति नहीं है। इसलिए इस मामले की जांच होना आवश्यक है। लाॅज में दाखिल होने वाले किसी भी व्यक्ति के पास पहचान पत्र की मांग नहीं होती है। लाज के पिछे पत्रे के शेड़ बनाए गए है, जहां पर अनेक कूकृत्यू होने की जानकारी आसपास के लोग दे रहे है। 

    कार्रवाई होगी

    जिले के होटल, लॉज में किसी प्रकार के गैरकृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जिसे लेकर कारोबारियों को सूचित किया गया है। गैरकृत्य, व्यवहार सामने आने पर कार्रवाई होगी। स्थानीय अपराध शाखा के अधिकारियों को ध्यान देने के आदेश दिए गए है। – शहाजी उमाप, पुलिस अधीक्षक, नासिक।