It was better to wear a helmet than take the exam!

  • घंटो तक लोग नहीं लिख पा रहे 20 मिनट का पर्चा

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– वसीम रज़ा खान

नाशिक :  नाशिक शहर (Nashik City) के पुलिस कमिश्नर (Police Commissioner) ने हेलमेट (Helmet) को सख्ती से लागू किया है। हेलमेट अनिवार्य अभियान (Helmet Mandatory Campaign) में नागरिकों को विभिन्न माध्यमों से हेलमेट का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्तमान में हेलमेट नहीं, सहयोग नहीं अभियान चल रहा है। साथ ही बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों की विभिन्न जगहों पर परीक्षाएं हो रही हैं और 20 मिनट का पेपर हल करने के लिए कई बहादुर लोग घंटों बैठे नजर आ रहे हैं। परीक्षा देने के बाद बहुत से लोग यह कहने लगे हैं कि हेलमेट का उपयोग करना बेहतर है, एैसी परीक्षा कभी नहीं देना चाहिए, और घंटों बैठे रहने की परेशानी तो अधिक सख्त सजा है।

बिना हेल्मेट वाहन चालकों की यह परीक्षाएं शहर के अलग-अलग हिस्सों में हो रही हैं, ऐसे में हर जगह वाहन चालकों की संख्या बढ़ती दिखाई दे रही है क्योंकि बिना हेलमेट के वाहन चलाने वाले लोगों को पुलिस पकड़ कर पहले उनकी काउंसलिंग कर रही है फिर उनसे 20 मिनट का एक टेस्ट लिखवाया जा रहा है जो घंटों चल रहा है और यह परीक्षा लोगों के लिए सजा बनती जा रही है। विशेष रूप से बोर्ड के प्रश्न पत्र जैसे एबीसीडी प्रश्न पत्र तैयार किए गए हैं।

वहीं, 20 प्रश्नों के लिए 10 अंक दिए गए हैं और इस परीक्षा के लिए 20 मिनट का समय आवंटित किया गया है। इनता करने बाद भी जुर्माना भी वसूल किया जा रहा है, एैसे में समय और पैसा तो बर्बाद हो ही रहा है साथ में घंटों परेशानी हो रही है सो अलग। परीक्षा जैसी इस सख्त सजा के चलते आज कल हेल्मेट की दुकानों पर दुपहिया वाहन चालकों की भीड़ दिखाई देने लगी है। वहीं दूसरी ओर बाइक पर दो सवार हों तो चालक को टेस्ट लिखने को कहा जाता है। चालक के साथ गाड़ी पर बैठने वाले व्यक्ति को उसकी मदद करने की छूट दी गई है। बाईक पर पीछे बैठने वाले को भी इस परीक्षा में किसी ना किसी प्रकार भाग लेना पड़ रहा है।

इन दिनों नाशिक शहर की जनता कड़ी सर्दियों के साथ साथ ट्रैफिक व्यवस्थापन से भी जूझ रही है। गलती से भी हेल्मेट ना पहनाया या भूल जाना मोटरसाइकिल चालकों को महंगा पड़ रहा है। एैसी स्थिती में नागरिक परीक्षा से बचने के लिए हेल्मेट पहनाया को महत्त्व देने लगे हैं। जिन लोगों ने परीक्षा दी है वह अन्य लोगों को होशियार करने लगे हैं कि परीक्षा से बेहतर है कि आप हेल्मेट पहन कर ही मोटरसाइकिल पर बैठें।