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    लासलगांव : दिवाली (Diwali) और साप्ताहिक अवकाश के कारण लासलगांव कृषि उपज मंडी समिति (Lasalgaon Agricultural Produce Market Committee) में प्याज और अनाज की नीलामी पिछले 9 दिनों से बंद थी लेकिन 5 दिनों के बाद कल मंगलवार को प्याज की नीलामी (Auction) फिर से शुरू होगी। केंद्र सरकार (Central Government) ने देश अंतर्गत प्याज (Onion) के मंडी के दाम को नियंत्रण में रखने के लिए नाफेड के माध्यम से एक लाख 85 हजार मेट्रिक टन प्याज खरीदी थी।

    इसमें से बंपर भंडार में से 1 लाख 15 हजार मेट्रिक टन प्याज देश में खुले बाजार में लाने का निर्णय लिया। एैसे में गरीबी में गीला आटा करते हुए ईरान से 24 कंटेनर में से ईरान की प्याज मुंबई के स्पोर्ट पर पहुंचने से प्याज के मंडी के दाम गिरेंगे या बढेंगे? इस ओर प्याज उत्पादक किसानों की नजर लगी हुई है।

    मंडी समितियों के बंद होने से ठप पड़ा करोड़ों का कृषीमाल

    नाशिक जिले में रोज 25 से 30 करोड़ रुपयों के कृषी माल की नीलामी से व्यव्हार होता है। पिछले 9 दिनों से प्याज और अनाज की 5 दिनों से नीलामी बंद होने से 200 से 250 करोड़ रुपयों के कृषीमाल का लेनदेन ठप्प हो गया है।

    बदलते मौसम से किसानों को हुआ अरबों रुपये का नुकसान 

    अक्टूबर में भारी बारिश ने खेत में खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। जबकि छलनी में रखे प्याज के सड़ने से किसानों को अरबों रुपये का नुकसान हुआ है। पांच राज्यों में चुनाव नजदीक आने के साथ, केंद्र सरकार ने पेट्रोल के बाद प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए नाफेड के माध्यम से खरीदे गए प्याज के बंपर स्टॉक का आयात करना शुरू कर दिया है। अगर किसान अपने प्याज को चरणों में बाजार में बेचते हैं, तो यह गिरावट को तोड़ने में मदद करेगा, इस क्षेत्र के एक विशेषज्ञ जयदत्त होल्कर ने यह जानकारी दी।

    महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक संघ ने दी जोरदार आंदोलन की चेतावनी 

    प्याज की मंडी के दाम गिरने से केंद्र सरकार ने उप चुनाव में हार का झटका सहते हुए प्याज के दाम 1000 तक लाने के लिए विदेशों से प्याज की आयात कर के नाफेड के माध्यम से बंपर स्टॉक देश में लाने के निर्णय का विरोध किया है। किसानों ने भीड़ न करते हुए अपनी प्याज को चरणों में मंडी समिती में बेचने के लिए लाए एैसा आवाहन करते हुए मंडी समितीयां मंगलवार को शुरु होन के बाद प्याज के बाजार भाव में गिरावट होने पर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक किसान संगठण के अध्यक्ष भारत दिघोले ने दी है।

    किसानों के बारे में विचार करना चाहिए

    एक किसान ने कहा कि 4 महिने अपने बच्चे की तरह प्याज की फसलों की देखभाल करने पर कहीं जा कर 2 रुपए मिलेंगे एैसी उम्मीद से प्याज का छलनी में भंडारण किया। प्याज को अच्छे दाम मिलने पर केंद्र सरकार ने आयात निर्यात के कानून में बदलाव करके विदेश से प्याज का निर्यात करने का निर्णय लिया और खरीदा गया प्याज मंडी में अधिक मात्रा में लाने पर भी रोक लगा दी। एैसे में उत्पादन खर्च और तूफानी बारिश के कारण हुए नुकसान को देखा जाए तो इस स्थिती में किसान का खर्च निकलना भी मुश्किल हो रहा है। केंद्र सरकार को किसानों के बारे में विचार करना चाहिए।