मोदी सरकार का काउंटडाउन शुरू: गावित

  • मालेगांव में किसान संघर्ष यात्रा का स्वागत

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मालेगांव. पूर्व विधायक जे.पी. गावित (Former MLA J.P. Gavit) ने कहा कि 2014 से केंद्र में मोदी सरकार(Modi government) सत्ता में है, तब से लेकर आज तक संसद को विश्वास में लिए बिना निर्णय लिए जा रहे हैं। नोट बंदी का निर्णय भी ऐसे ही लिया गया था, जिसके विपरीत परिणाम आज भी दिखाई दे रहे हैं। न्याय व्यवस्था पर दबाव डालकर बाबरी मस्जिद मामले का निर्णय मनचाहा घोषित करवाया। सत्ता प्राप्ति के बाद से ही दबाव तंत्र की राजनीति शुरू है। 

कृषि कानून से देश बर्बाद होगा 

दिल्ली स्थित किसान आंदोलन को समर्थन करने के लिए किसान सभा के नेतृत्व में नाशिक से सोमवार को निकली किसान संघर्ष यात्रा मंगलवार को मालेगांव में पहुंची, जिसका हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया गया। आयोजित सभा को पूर्व विधायक जे.पी. गावित संबोधित कर रहे थे। गावित ने कहा कि मोदी सरकार के कृषि कानून (Agricultural law) से देश बर्बाद होगा। 

इस दौरान महापौर ताहेरा शेख, उप महापौर निलेश आहेर, पूर्व महापौर रशीद शेख, पूर्व विधायक आसिफ शेख,  राष्ट्रवादी के राजेंद्र भोसले, कांग्रेस के प्रसाद हिरे, डॉ. तुषार शेवाले, डॉ. राजेंद्र ठाकरे, शिवसेना के संजय दुसाने, प्रमोद शुक्ला, संदीप पवार, दिनेश ठाकरे, राजाराम जाधव, नंदकिशोर सावंत, के. एन. अहिरे, राजू देसले सहित धर्मनिरपेक्ष पार्टी, संगठन, किसान और कामगार संगठन के पदाधिकारी उपस्थित थे। सुबह 11 बजे टेहरे चौफुली परिसर में किसान संघर्ष यात्रा के स्थानीय नेताओं ने स्वागत किया। यहां से संघर्ष यात्रा मौसम पुल, आंबेडकर पुल, मुशावरत चौक, किदवाई रोड पहुंची, जो सभा में तद्बिल हो गई। 

सर्व दलीय राजनीतिक नेता और पदाधिकारियों ने कृषि कानून का विरोध करते हुए केंद्र सरकार पर टीका-टिप्पणी करते हुए किसान संघर्ष यात्रा को समर्थन दिया। गावित ने आगे कहा कि कृषि कानून किसानों के हित में नहीं है। इस बारे में जनजागृति करते हुए यात्रा दिल्ली में पहुंचेगी। किसान संघर्ष यात्रा शुरू होने से मोदी सरकार का काउन्ट डाऊन शुरू हो गया है। कृषि कानून को वापस लेने की मांग राजेंद्र भोसले, निलेश आहेर, ताहेरा शेख, आसिफ शेख, प्रसाद हिरे, शान ए हिंद, जे। पी। गावित आदि ने अपने संभाषण से की। इसके बाद यात्रा धुलिया की ओर रवाना हुई। दरमियान शहर में तगड़ा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया था।