Nashik Municipal Corporation suffered a setback of 150 crores in the first quarter, the councilors may have to face problems

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    नाशिक : महानगरपालिका स्थायी समिती (Municipal Standing Committee) की मुद्दत 28 फरवारी को खत्म हो गई है। इससे पहले ही 2 महत्त्वपूर्ण बैठकें ले कर सभी कामों का निपटारा किया गया। महानगरपालिका के मौजूदा मेयर सतीष कुलकर्णी का कार्यकाल भी 14 मार्च को खत्म हो रहा है। इसी के चलते अब मेयर को गाड़ी और महानगरपालिका का रामायण बंगला खाली करना पड़ेगा। साथ ही सभी पदाधिकारियों को भी अपनी-अपनी गाडियां और जिन्हें आवास दिए गए हैं उन्हें अपने कब्जे से महानगरपालिका को सौंपना होगा, जिसके लिए कार्यालय की ओर से तैयारी शुरु कर दी गई।

    महानगरपालिका के सभी पदाधिकारियों को कमिश्नर के हस्ताक्षर वाला पत्र जारी किया जाएगा। इसको लेकर नगर निगम प्रशासन की ओर से मोहीम तेज कर दी गई है। मेयर का 5 साल का कार्यकाल 14 मार्च को समाप्त हो रहा है। इससे पहले, यदि कोई नया महापौर निर्वाचित नहीं होता है या चुनाव प्रक्रिया में देरी होती है, तो महानगरपालिका का कामकाज नियुक्त प्रशासक द्वारा चलाया जाएगा। चुनाव अभी समय पर नहीं हो रहे हैं, ऐसे संकेत हैं कि प्रशासक प्रभारी होंगे। चुनाव आयोग के निर्देश पर महानगरपालिका ने 44 वार्ड और 133 पार्षद बनाए हैं। पिछले 5 साल के चुनाव के समय, जनवरी 2017 में, आचार संहिता भी लागू की गई थी।

    पिछले 2017 में निगम के छठे पंचवर्षीय चुनाव के लिए 7 जनवरी को आम चुनाव घोषित किया गया था। मेयर का चुनाव 14 फरवरी, 2017 को हुआ था। महानगरपालिका अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, जिस दिन नवनिर्वाचित नगरसेवकों की पहली बैठक आयोजित की जाती है, उस दिन से पांच वर्ष की अवधि मानी जाती है। वर्तमान नगरसेवक का कार्यकाल 14 मार्च को समाप्त हो जाएगा। इसलिए महानगरपालिका  सचिव की ओर से मेयर समेत सभी पदाधिकारियों पद छोड़ने का पत्र दिया जाएगा। उसके बाद 15 मार्च को सभी पदाधिकारियों के कार्यालय सील कर दिए जाएंगे। पदाधिकारियों के समस्त पदाधिकारियों और कर्मचारियों को निर्वाचन के लिए अथवा आवश्यकतानुसार अन्य विभागों में स्थांतरित किया जायेगा।