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    नासिक : केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार नासिक म्युनिसिपल स्मार्ट सिटी कंपनी (Nashik Municipal Smart City Company) का समय मार्च 2023 में खत्म होने वाला है। परंतु नासिक के स्मार्ट सिटी कंपनी के कई प्रकल्प शुरू नहीं हो पाया है। इसलिए नासिक स्मार्ट सिटी कंपनी को शुरू रखने के लिए केंद्र और राज्य सरकार को प्रस्ताव पेश किया जाएगा। 

    यह जानकारी स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ सुमंत मोरे ने दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में अपनी सत्ता आने के बाद देश के 100 शहर स्मार्ट करने की घोषणा की। इस ‘स्मार्ट सिटी मिशन’ में नासिक शहर 2016 में शामिल हुआ। इसके बाद नासिक म्युनिसिपल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की स्थापना की गई। इसके बाद 2017 में कंपनी के माध्यम से प्रत्यक्ष कामकाज शुरू हुआ। कंपनी ने केंद्र सरकार को 52 प्रकल्पों के प्रस्ताव दिए, जिसमें शामिल महाकवी कालिदास कला मंदिर नवीनीकरण, पं. पलुस्कर सभागार का नवीनीकरण, अशोक स्तंभ से त्र्यंबक नाका सिग्नल के बीच स्मार्ट रोड, होलकर पुल पर रंगीत-संगीत फव्वारे, यातायात बेट का सुशोभिकरण, बालासाहब ठाकरे शस्र संग्रहालय, कमांड कंट्रोल सेंटर आदि कार्य पूर्ण हुए। 

    अब तक हजार करोड़ का निधि

    स्मार्ट सिटी कंपनी को प्रकल्प पूर्ण करने के लिए एक हजार करोड़ रुपए का निधि मिला, जिसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने प्रत्येकी 250 करोड़ दिए। तो महानगरपालिका ने 500 करोड़ का निधि दिया। अब स्मार्ट सिटी कंपनी का समय मार्च 2023 में खत्म होने वाला है। केंद्र सरकार के नगर विकास मंत्रालय की ओर से कंपनी को मुदद बढ़ोतरी न देने की बात स्पष्ट की गई है। फिर कंपनी ने मुदद बढ़ोतरी के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। 

    यह कार्य है शुरू

    गोदावरी नदी की स्वच्छता के लिए ट्रैश स्कीमर खरीदी करना, गोदावरी नदी पात्र का कीचड़ निकालना, गोदावरी नदी तट पर मल वाहिनी बिछाना, गोदा सुशोभीकरण, होलकर पुल के पास छत्रपति संभाजी उद्यान बनाना, गोदा पार्क, गोदा वॉक, घाट क्षेत्र का सुशोभीकरण, होलकर पुल के पास यांत्रिकी गेट बिठाना आदि कार्य शुरू है। साथ ही गावठाण विकास का कार्यक्रम शुरू है। सड़क कांक्रीटीकरण का काम 50 प्रतिशत पूर्ण हुआ है।