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    सिडको : स्कूल पोषण आहार योजना (Nutritional Diet Scheme) के अंतर्गत सिडको के अंबिका शिक्षण मंडल संस्था की ओर से संचालित डॉ. डी. एस. आहेर प्राथमिक विद्यालय (School) के विद्यार्थियों (Students) के लिए स्वामी समर्थ संस्था के माध्यम से आई खिचड़ी (Khichdi) में कीड़ा (Worm) मिलने से हड़कंप मच गया। खिचड़ी में कीड़ा होने की बात सामने आते ही स्कूल के 325 विद्यार्थियों को भूखे ही अपने घर वापस लौटना पड़ा। विद्यार्थियों द्वारा मुख्याध्यापिका और शिक्षकों को जैसी ही इस बात का पता बच्चों को पोषण आहार के रूप में आई खिचड़ी का वितरण नहीं किया गया। 

    मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को दोपहर के करीब रोज की तरह यह पका हुआ पौष्टिक भोजन स्वामी समर्थ संस्था के माध्यम से स्कूल में भेजा गया था, लेकिन जैसे ही मुख्याध्यापिका यह जानकारी मिली कि जो खिचड़ी बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में बांटने के लिए आई है, उसमें कीड़े हैं तो उन्होंने संस्थान के प्रमुख बालासाहेब पाटिल और सचिव अमोल पाटिल को इस बारे में जानकारी दी। 

    इस लापरवाही का जिम्मेदारी कौन ? 

    पोषण आहार के रूप में दी जाने वाली खिचड़ी में कीड़े मिलने की बात जैसी ही स्कूल मे पढ़ने वाले विद्यार्थियों के माता-पिता को मिली तो उन्होंने सवाल उठाया कि अगर अनजाने में अगर उस खाने का बच्चों ने खा लिया होता तो क्या होता। उन्होंने यह भी सवाल किया कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदारी कौन है।  उल्लेखनीय है कि जिन संस्था सो उक्त खिचड़ी भेजी गई थी, वहीं से 29 विद्यालयों को पोषाहार उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन पहले कभी किसी स्कूल के पोषण आहार संबंधी कोई शिकायत नहीं मिली थी। हालांकि कुछ समय पहले अंबिका संस्था के माध्यम से पोषण आहार संबंधी शिकायत नगर शिक्षा अधिकारी सुनीता धनगर से शिकायत की गई थी। 

    यह बहुत ही गंभीर मामला है। मैंने इस संस्था के बारे में शिक्षा अधिकारी सुनीता धनगर के पास शिकायत दर्ज कराई है। अब हम सीधे कमिश्नर के पास शिकायत दर्ज कराएंगे। – बालासाहेब पाटिल (निदेशक)

    समर्थ को अंबिका संस्था की पूर्व शिकायत के बारे में पहले ही सूचित किया जा चुका है। इस संबंध में एक औपचारिक नोटिस संबंधित पोषण संस्थान को भेजा जाएगा और स्पष्टीकरण मांगा जाएगा, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। – सुनीता धनगर (शिक्षा अधिकारी, महानगरपालिका)