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सुरगाणा: सुरगाणा तहसील (Surgana Tehsil) के पलसन ग्राम पंचायत (Palsan Gram Panchayat) के उंबरदे (प.) स्थित श्मशान घाट (shamshan Ghat) पर छत नहीं होने से शवों का अंतिम संस्कार करने में समस्या निर्माण हो रही है। उंबरदे (प.) के दो वृद्धों का आकस्मिक निधन हो गया। बारिश शुरू होने से समस्या निर्माण हुई, क्योंकि यहां के श्मशान घाट पर छत नहीं है। इस दौरान ग्रामीणों ने पार्थिव शरीर के ऊपर ताड़पतरी लगाकर अंतिम संस्कार किया गया। तहसील के आदिवासी अति दुर्गम क्षेत्र में सुविधाओं से परिपूर्ण श्मशान घाट के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ रही है, जो अपने आप में एक बड़ी बात है। 

आदिवासी क्षेत्र में हर साल लाखों की निधि खर्च होती है, परंतु कई गांवों में श्मशान घाट तक पहुंचने के लिए सड़क ही नहीं है। वहीं, कुछ जगह पर नदी से शव लेकर जाना पड़ता है। ऐसी कई समस्याओं के बीच अंतिम संस्कार किया जा रहा है, जो सरकार के मंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों को शर्मसार करने की बात है।

पलसन गांव के ग्राम पंचायत में 11 राजस्व गांव और 4 पाड़े हैं। उंबरदे (प.), पातली, पायरपाड़ा, वाघाड़ी, देवला, कोटबा, मेरदाड, पलशेत आदि गांवों में श्मशान घाट पर छत नहीं है। खुले में ही अंतिम संस्कार किए जाते हैं। कई बार शव पूरी तरह से जल नहीं पाता है। इसके चलते शव के अवशेष परिसर में दिखाई देते हैं।