पालकी समारोह के दौरान 60 बदमाश गिरफ्तार, वारकरी के भेष में घूम रही थी पुलिस

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    पिंपरी: पालकी समारोह (Palki Ceremony) के दौरान भीड़ का लाभ उठाने के लिए चोर, लुटेरे और बदमाशों (Criminals) के गिरोह सक्रिय हो जाते हैं और चोरी, चेन व मोबाइल स्नैचिंग, लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते हैं। उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पिंपरी-चिंचवड पुलिस (Pimpri-Chinchwad Police) की क्राइम ब्रांच यूनिट-1 और 3 की टीमें पालकी समारोह में वारकरी के भेष में शामिल हुई। इस दौरान 225 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया और 60 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालकी समारोह के दौरान पुलिस ने 42 बदमाशों पर शिकंजा कसा है।

    पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि संत तुकाराम महाराज और संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी समारोह के जुलूस के दौरान हर साल विदेशों से आए श्रद्धालुओं के गले से मंगलसूत्र चोरी, जंजीर चोरी और जेबकतरे की घटनाएं होती रहती हैं।  इन अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए आयुक्त, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय शिंदे, पुलिस उपायुक्त (अपराध) काकासाहेब डोले, सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) पद्माकर घनवत, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ज्ञानेश्वर काटकर, यूनिट-1 एवं वरिष्ठ के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक शंकरराव बाबर, यूनिट -1 के नेतृत्व में स्वतंत्र दस्ते का गठन किया गया। 

    बगरिया गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था

    इन दस्तों ने अपराध करने से पहले 21 जून को राजस्थान अपराधी बगरिया गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। चूंकि उसके खिलाफ पनवेल रेलवे पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज है, इसलिए उन्हें हिरासत में ले लिया गया और कोई भी संभावित अपराध करने से पहले कार्रवाई की गई। इस बीच चिखली थाने में दर्ज मामले में प्रेम बामनाइक को भी गिरफ्तार कर चिखली थाने को सौंप दिया गया है। ऐसे कुल 85 संदिग्धों की जांच की गई और उनमें से 12 के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 68 और 69 के तहत कार्रवाई की गई, जबकि 9 व्यक्तियों के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 109 के तहत निवारक कार्रवाई की गई। 22 जून को पालकी मार्गकर्मण के दौरान कुल 26 संदिग्धों, 11 पुरुषों और 11 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था और उनके द्वारा ठाणे के दिघी और आलंदी पुलिस थानों में दर्ज सभी 12 मामलों का खुलासा किया गया था। पुलिस विभाग 4 महिलाओं और 2 पुरुषों को पकड़ने में सफल रहा है। उनके साथियों के पास से 2.50 लाख रुपये मूल्य के सोने के आभूषण और 40 हजार रुपए मूल्य के तीन मोबाइल फोन जब्त किए गए।

    बाल अपराधी और आतंकी गिरोहों को नियंत्रित करने की चुनौतियाँ

    पुलिस को दो चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा किशोर अपराध और आतंकवादी गिरोहों को नियंत्रित करना, यह जानकारी पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने दी। उन्होंने कहा कि पिंपरी-चिंचवड पुलिस कमिश्नरेट में किशोर अपराध बढ़ रहा है। जो चिंता का विषय है। मेरा मानना ​​है कि बच्चों को अपराध में शामिल नहीं करना चाहिए। हम सभी बाल अपराध में शामिल बच्चों की जानकारी जुटा रहे हैं। हम उनके माता-पिता से मिलेंगे और उन्हें समझाएंगे। साथ ही क्षेत्र के अन्य अभिभावकों से अपने बच्चों पर नजर रखने को कहेंगे। शहर के कई हिस्सों में गिरोह वाहनों में तोड़फोड़ करते हैं और दहशत पैदा करते हैं। उन्हें काबू में करना एक और चुनौती है।