ARREST
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    पिंपरी : सेवा विकास बैंक (Seva Vikas Bank) के पूर्व अध्यक्ष एड. अमर मूलचंदानी (Amar Moolchandani) के घर पर छापा मारने के बाद प्रवर्तन निदेशालय विभाग (ED) ने खुलासा किया कि मूलचंदानी नौ घंटे तक घर में छिपा रहा और अहम सबूतों को नष्ट किया। इसको लेकर मुलचंदानी, उसके भाई पूर्व सहायक सरकारी वकील अशोक साधुराम मुलचंदानी सहित उनके परिवार के खिलाफ पिंपरी पुलिस स्टेशन (Pimpri Police Station) में मामला दर्ज किया गया। शनिवार की देर रात मूलचंदानी के दोनों भाई और भतीजे को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि दोनों भाभियों को देर रात नोटिस देकर छोड़ दिया गया। ईडी के सहायक निदेशक सुधांशु श्रीवास्तव ने इस मामले में पिंपरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।

    पिंपरी पुलिस ने मूलचंदानी बंधुओं के साथ मनोहर साधुराम मूलचंदानी, दया अशोक मूलचंदानी, साधना मूलचंदानी, सागर मनोहर मूलचंदानी आदि के खिलाफ सबूत मिटाने, साजिश रचने और सरकारी काम मे बाधा उत्पन्न करने का मामला दर्ज किया गया है। देर रात अमर मूलचंदानी के दो भाइयों और भतीजे को गिरफ्तार कर लिया। उनमें अशोक साधुराम मूलचंदानी (उम्र- 57), मनोहर साधुराम मूलचंदानी (उम्र- 61), सागर मनोहर मूलचंदानी (उम्र- 26) शामिल हैं। साथ ही अशोक और मनोहर मूलचंदानी की पत्नियों को देर रात नोटिस देकर छोड़ दिया गया। बहरहाल शुक्रवार की रात अमर मूलचंदानी को इलाज के लिए ससून अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ईडी द्वारा देर रात जांच पूरी करने के बाद शिकायत दर्ज की गई।

    आरबीआई ने सेवा विकास बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया

    सेवा विकास बैंक में कथित घोटाले और अनियमितताओं के संबंध में पिंपरी-चिंचवड पुलिस में 16 अलग-अलग मामले पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं। करोड़ों रुपए की हेराफेरी के खुलासे के चलते आरबीआई ने सेवा विकास बैंक का लाइसेंस भी रद्द कर दिया है। इन विभिन्न अपराधों से जमानत पर रिहा होने के बाद अमर मूलचंदानी समय-समय पर पिंपरी कैंप स्थित अपने घर आया करते थे। इस बीच, सेवा विकास बैंक मामले में ईडी ने शुक्रवार सुबह साढ़े छह बजे सागर सूर्यवंशी और पुणे के एक निजी स्कूल के संस्थापक अध्यक्ष के साथ मूलचंदानी के घर पर छापा मारा। इस दौरान मूलचंदानी के परिजनों ने करीब डेढ़ से दो घंटे तक अंदर से बंद दरवाजा नहीं खोला। ईडी की टीम सुरक्षा के लिहाज से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को साथ ले गई थी। काफी देर तक खटखटाने के बाद भी जब मूलचंदानी ने दरवाजा नहीं खोला तो ईडी द्वारा चाभी बनाने वाले को लाने पर मूलचंदानी ने अंदर से दरवाजा खोला।

    कमरे में छिपे अमर मूलचंदानी

    पिंपरी के मिस्टी पैलेस, जिस इमारत में मूलचंदानी रहते हैं, वहां हर जगह और आंतरिक रूप से सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। साथ ही मूलचंदानी के घर (फ्लैट एक पूरी मंजिल) के बाहर सीसीटीवी लगे हैं। ईडी ने छापेमारी के दौरान पूरी बिल्डिंग की सीसीटीवी फुटेज जब्त की थी। इस बीच, मूलचंदानी के घर में प्रवेश करने के बाद, यह नाटक किया गया कि अमर मूलचंदानी को छोड़कर परिवार के अन्य सदस्य वहां मौजूद थे। साथ ही परिवार पूछताछ के दौरान ईडी अधिकारियों को गलत और असंगत जानकारी दे रहा था। घर का मुआयना करने के दौरान परिजन ईडी के अधिकारियों को बंद कमरों को खोलने से रोक रहे थे। मूलचंदानी का फ्लैट दो मंजिला (डु प्लेक्स) है, अमर मूलचंदानी और उसका एक नौकर ऊपरी मंजिल के एक कमरे में छिपे हुए थे। ईडी के अधिकारियों के घर में घुसने के बाद अमर मूलचंदानी ऊपर के कमरे में करीब साढ़े आठ घंटे तक छिपा रहा और कई सबूतों को नष्ट कर दिया, ईडी अधिकारियों द्वारा दायर शिकायत में इसका उल्लेख किया गया है। ईडी के अधिकारियों का कहना है कि उसने कुछ मोबाइल सिम कार्ड भी गायब कर दिए।

    मामले में एक साथ तीन जगहों पर छापेमारी

    दोपहर करीब 3:30 बजे ईडी के अधिकारी चाबी बनाने वाले को उस कमरे का दरवाजा खोलने के लिए लाए, जहां अमर मूलचंदानी छिपा हुआ था और दरवाजा खोलकर मूलचंदानी से पूछताछ शुरू की। साढ़े तीन घंटे बाद अमर मूलचंदानी ने अधिकारियों को बताया कि उनके सीने में दर्द हो रहा है। उसके परिजनों ने घर पर एक निजी चिकित्सक को बुलाया लेकिन ईडी के अधिकारियों ने अमर मूलचंदानी से चेकअप नहीं करने दिया। हालांकि, पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल से दो डॉक्टरों को बुलाया गया क्योंकि उन्होंने कहा कि सरकारी डॉक्टर आएंगे और आगे का इलाज शुरू करेंगे। मूलचंदानी की तीन लग्जरी कारें, कई दस्तावेज ईडी ने जब्त किए हैं। अमर मूलचंदानी को इन दोनों सरकारी डॉक्टरों द्वारा जांच के बाद देर रात पुणे के ससून अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ईडी के अधिकारियों ने सेवा विकास बैंक मामले में एक साथ तीन जगहों पर छापेमारी की। हालांकि, मुख्य आरोपी के घर में छुपकर एक-दो नहीं बल्कि नौ घंटे तक साक्ष्य नष्ट करने की बात से हड़कंप मच गया है। ईडी के अधिकारी शनिवार देर रात तक पिंपरी-चिंचवड में डेरा डाले हुए थे।