pune news

    Loading

    पिंपरी: शिवसेना (Shiv Sena) में दोफाड़ के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) की अगुवाईवाली शिवसेना (बालासाहब की शिवसेना) और बीजेपी सही मायने में पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad ) में साथ-साथ आए हैं। यूं तो शिवसेना से बीजेपी की पुरानी दोस्ती थी, मगर ये दोस्ती स्थानीय स्तर पर कम और ’36’ का आंकड़ा ज्यादा नजर आता रहा। अब जब राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) सत्ता में आसीन है, तब दोनों पार्टियां स्थानीय स्तर पर भी साथ साथ नजर आने लगे हैं।

    इसका प्रमाण मिला सोमवार को जहां शिंदे सेना के सांसद श्रीरंग बारणे और बीजेपी शहर अध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे और चुनाव प्रभारी शंकर जगताप ने पिंपरी-चिंचवड के मसलों पर एकजुटता दिखाई। दोनों ने पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका अधिकारियों के साथ शहर में पानी की किल्लत को दूर करने के लिहाज से चलाई जा रही जल परियोजना का संयुक्त मुआयना किया।

    जेकेवल का काम अंतिम चरण में 

    उक्त तीनों नेताओं ने आज चिखली के जलशुद्धीकरण केंद्र के काम का निरीक्षण कर पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका कमिश्नर शेखर सिंह से परियोजना की सारी जानकारी ली और उसे जल्द से जल्द पूरा करने की सूचना दी। महानगरपालिका के अतिरिक्त आयुक्त जितेंद्र वाघ, प्रदीप जांभले, जलापूर्ति विभाग के सह शहर अभियंता श्रीकांत सवणे, कार्यकारी अभियंता देवांन्ना गट्टुवार, गोंडवाना इंजिनिअर्स लिमिटेड ठेकेदार कंपनी के प्रतिनिधि उपस्थित थे। सांसद श्रीरंग बारणे ने बताया कि आंद्रा बांध से पानी उठाने के लिए निघोजे में इंद्रायणी नदी पर अशुद्ध जल अवशोषण केंद्र (जेकेवल) का काम अंतिम चरण में है। अगले 20 दिनों में पहले चरण में निघोज से 50 एमएलडी पानी उठाया जाएगा।  इससे समाविष्ट गांवों में पानी की आपूर्ति की जाएगी। इस क्षेत्र के अतिरिक्त पानी की आपूर्ति चिंचवड में वाकड, पिंपले निलख, पिंपले गुरव, रावेत की हाउसिंग सोसाइटियों को की जाएगी। सांसद ने विश्वास जताया कि इससे शहर में पानी की किल्लत कुछ हद तक कम होगी।

    हाउसिंग सोसाइटी क्षेत्रों को अतिरिक्त पानी मिलेगा

    सांसद श्रीरंग बारणे ने कहा कि आंध्र और भामा आस्केड परियोजनाओं से उठाए जा रहे 267 मिलियन लीटर (एमएलडी) पानी के उपचार के लिए महानगरपालिका द्वारा आठ हेक्टेयर क्षेत्र में गंदे पानी के उपचार संयंत्र का निर्माण लगभग पूरा होने वाला है। दो लाइनें जोड़ी जानी बाकी हैं, उनका काम आठ दिनों में हो जाएगा। अगले 15 दिनों में वाटर रिलीज टेस्ट किया जाएगा। निघोजे में इंद्रायणी नदी पर अशुद्ध डीवाटरिंग स्टेशन (जेकेवल) आंध्र बांध से 100 एमएलडी पानी उठाने के लिए पूरा हो गया है। अगले 20 दिनों में यानी नवंबर माह के पहले सप्ताह में पहले चरण में 50 एमएलडी पानी नदी से उठाया जाएगा। अगले तीन महीनों में 50 एमएलडी पानी और उठाया जाएगा। इससे समाविष्ट गांवों जैसे तलवड़े, चिखली, मोशी, निघोजे और इंद्रायणी, डुडुलगांव, चरहोली, दिघी के नागरिकों को पानी की आपूर्ति की जाएगी। जिससे इस क्षेत्र की जलापूर्ति सुचारू रूप से हो सकेगी। इस क्षेत्र में पानी मिलने से शहर के बाकी हिस्सों जैसे चिंचवड़ में वाकड, पिंपलेनिलख, पिंपलेगुरव, रावेत के हाउसिंग सोसाइटी क्षेत्रों को अतिरिक्त पानी मिलेगा। 

    भामा आस्केड बांध के पास बनेगा 200 एमएलडी का ‘जैकवेल’

    भामा आस्केड बांध में 167 एमएलडी पानी महानगरपालिका के लिए आरक्षित है। उस पानी को उठाने के लिए महानगरपालिका वाकी बांध के पास वाडा में 1.20 हेक्टेयर क्षेत्र में 200 मिलियन लीटर (एमएलडी) प्रतिदिन डिसेलिनेशन प्लांट के लिए जैकवेल, अप्रोच ब्रिज, सबस्टेशन का निर्माण करेगा। सांसद बारणे ने यह भी कहा कि वहां से पानी नवलाख उंब्रे स्थित ब्रेक प्रेशर टैंक में लाया जाएगा और वहां से चिखली में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी लाया जाएगा।