Policeman hit couple with vehicle, case registered

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    पुणे: शिक्षा विभाग में प्रशासन अधिकारी होने का झांसा देकर 45 लोगों से लाखों रुपए की धोखाधड़ी (Fraud) करने के मामले में परीक्षा परिषद की आयुक्त शैलजा दराडे (Shailja Darade) सहित उनके भाई के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसमें साढ़े चार से पांच करोड़ रुपए की धोखाधड़ी होने का अनुमान है। इस मामले से शिक्षा विभाग (Education Department) में हड़कंप मच गया है। इस मामले में 50 वर्षीय शिक्षक ने हड़पसर पुलिस स्टेशन (Hadapsar Police Station) में शिकायत दर्ज कराई है। इस आधार पर पुलिस ने दादासाहेब रामचंद्र दराडे और शैलजा रामचंद्र दराडे के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह सिलसिला 15 जून 2019 से जारी था।

    शिकायतकर्ता सांगली जिले से हैं। शैलजा उत्तम खाडे (पहले की शैलजा रामचंद्र दराडे) और दादासाहेब दराडे भाई बहन हैं। दादासाहेब दराडे ने शैलजा के शिक्षा विभाग में प्रशासन अधिकारी होने का झांसा देकर शिकायतकर्ता का विश्वास जीता। उनकी दो भाभियों को शिक्षक पद पर नौकरी लगाने का आश्वासन देकर उनसे 12 और 15 लाख मिलाकर कुल 27 लाख रुपये लिए, लेकिन अभी तक नौकरी नहीं लगाई है। बार-बार पैसों की मांग करने पर भी उनके पैसे वापस नहीं लौटाए। इसी 44 लोगों का विश्वास जीतकर उनसे लाखों रुपए लेकर धोखाधड़ी की गई है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सहायक पुलिस निरीक्षक थोरबोले मामले की जांच कर रहे हैं।

    शैलजा दराडे ने तोड़े थे भाई से संबंध

    शैलजा दराडे को अपने भाई दादासाहेब दराडे का कारनामा पता चलने पर उन्होंने अपने भाई से किसी भी तरह का संबंध नहीं होने और दादासाहेब से किसी भी तरह का व्यवहार नहीं करने का नोटिस अगस्त 2020 में जारी किया था।