राजेश टोपे (Photo ANI Twitter)
राजेश टोपे (Photo ANI Twitter)

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    पुणे: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों में मास्क लगाने को लेकर असमंजस की स्थित व्याप्त है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने  स्पष्ट किया कि राज्य सरकार ने राज्य में मास्क को अनिवार्य बनाने का फैसला नहीं किया है, लेकिन लोगों से बंद जगहों पर मास्क का उपयोग करने की अपील की है।

    पुणे में मीडिया से बात करते हुए राजेश टोपे ने कहा कि स्थानीय निकायों को भेजे गए तीन पन्नों के पत्र में कुछ शब्दों के इस्तेमाल से भ्रम की स्थिति पैदा हुई है। पुणे, मुंबई, ठाणे, पालघर और रायगढ़ जैसे जिलों में संख्या में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी गई है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की थी। पत्र में ‘जरूरी’ शब्द था जिससे लगता है कि भ्रम पैदा हुआ है।

    बंद जगहों पर मास्क लगाने की अपील 

    सप्ताह की शुरुआत में, मीडिया रिपोर्ट में यह बताया था कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों की बढ़ती संख्या के कारण बंद जगहों पर मास्क लगाना अनिवार्य है। टोपे ने कहा कि ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि मास्क को लेकर अभी कोई बाध्यता नहीं है, लेकिन लोगों से बंद जगहों पर मास्क का इस्तेमाल करने की अपील की है।

    टीकाकरण में तेजी लाने और परीक्षण बढ़ाने निर्देश जारी

    उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है और 10-15 दिनों के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी उन्होंने कहा कि रिपोर्ट किए जा रहे ज्यादातर कोरोना के मामले हल्के हैं। टोपे ने कहा कि जिला अधिकारियों को टीकाकरण में तेजी लाने और परीक्षण बढ़ाने के लिए कहा गया है।