
पिंपरी: महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने शिवसेना (Shiv Sena) के कब्जेवाली मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) में भ्रष्टाचार (Corruption) और घोटालों (Scams) के आरोपों की बौछार कर दी। शुक्रवार को उन पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने बीजेपी (BJP) के सत्तावाली पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के भ्रष्टाचार की ओर इशारा करते हुए ‘सौ सुनार की एक लोहार की’ वाली कहावत को चरितार्थ कर दिया। उन्होंने एक सवाल से बीजेपी नेताओं की बोलती बंद कर दी कि मुंबई महानगरपालिका (BMC) में भ्रष्टाचार हुआ तो आपके पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका में क्या हुआ, जहां आपके स्थायी समिति सभापति को एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया।
गुरुवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई महानगरपालिका में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए धुंआधार बैटिंग की। फडणवीस ने मुंबई महानगरपालिका में घोटालों की सूची ही पढ़ी।
सीएम उद्धव ठाकरे ने दिया देवेंद्र फडणवीस को करारा जबाब
हालांकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फडणवीस को करारा जवाब दिया। उन्होंने फडणवीस को सीधा जवाब देते हुए कहा कि कुछ लोगों की जिंदगी रावण की जिंदगी उसकी नाभि की तरह ही मुंबई में फंसी हुई है। कुछ ही दिनों में मुंबई महानगरपालिका के चुनाव होने हैं। इस चुनाव में बीजेपी तीन दशक से सत्ता में रही शिवसेना को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश कर रही है। मुंबई महानगरपालिका को फिर से जीतने के लिए शिवसेना और राज्य सरकार हर दिन नए-नए ऐलान कर रही है। इस वजह से इस अधिवेशन में भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक हो रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए कल फडणवीस की आलोचना की खबर ली है
Maharashtra State Legislative Assembly | Budget Session 2022 | Day 16 https://t.co/IQTye5XMbE
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) March 25, 2022
विपक्ष की बोलती ही बंद हो गई
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधानसभा में अपने भाषण में पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका में सत्ताधारी बीजेपी के भ्रष्ट प्रबंधन तार-तार कर दिया। उन्होंने कहा कि आप मुंबई महानगरपालिका में घोटालों की बात कर रहे हैं, तो आपके पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका की स्थायी समिति के अध्यक्ष को रिश्वतखोरी के मामले में भ्रष्टाचार विरोधी दस्ते (एसीबी) ने गिरफ्तार किया था, उसका क्या हुआ? ठाकरे ने इतना कठिन सवाल पूछा कि विपक्ष की बोलती ही बंद हो गई।
…तो उसका इलाज किसी अस्पताल में नहीं हो सकता
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने आज मुंबई महानगरपालिका में अपनी पार्टी की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि 500 वर्ग फुट तक के घरों को अब संपत्ति कर से पूरी तरह छूट है। हम 139 प्रकार के परीक्षण मुफ्त और मामूली दरों पर दे रहे हैं। मुंबई मॉडल पूरी दुनिया में मशहूर हो चुकी है। सभी ने उसकी सराहना की। कोविड इलाज से ठीक होता है, लेकिन अगर नफरत का पीलिया हो भी गया हो तो उसका इलाज किसी अस्पताल में नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हमने मेट्रो का काम भी नहीं रोका है। मेट्रो युग में प्रस्तावित 10,000 करोड़ रुपए की वृद्धि हमारे समय में नहीं है। बीजेपी के समय से है।