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    पिंपरी: गैस एजेंसी में कार्यरत एक कर्मचारी ने अपने ही मालिक के साथ 35 लाख रुपए की ठगी (Cheating ) किए जाने का मामला सामने आया है। एजेंसी के मालिक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) की पूर्व महापौर के पति हैं। उन्होंने कर्मचारी को गैस बेचने के साथ ही रेगुलेटर, सेफ्टी पाइप लाइटर और पैसे गैस एजेंसी में जमा कराने को कहा। हालांकि, कर्मचारी ने नकद भुगतान स्वीकार कर और ऑनलाइन भुगतान (Online Payment) स्वीकार करते वक्त अपने भाई और पत्नी का गूगल पे स्वीकार कर 35 लाख का गबन कर लिया।

    धोखाधड़ी की यह घटना 20 फरवरी 2021 से 29 नवंबर 2022 के बीच रावत स्थित ओवी गैस एजेंसी में हुई। इस बारे में नीलेश चंद्रकांत डोके (45) ने सोमवार को रावेत थाने में शिकायत दर्ज कराई। तद्नुसार पुलिस ने श्रवण कुमार मोहनराम मंजू (शेष जांभे, मुलशी, मूल गांव-मंडला कला, जोधपुर, राजस्थान) के खिलाफ मामला दर्ज किया है। नीलेश डोके शहर की पूर्व महापौर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की पूर्व नगरसेविका अपर्णा डोके के पति है। 

    गुगल-पे से लिए पैसे, गैस एजेंसी पर नही किया जमा

    पुलिस के अनुसार, वादी ने आरोपी से अपनी भारत ओवी गैस दुकान के ग्राहकों को गैस सिलेंडर, रेगुलेटर, सेफ्टी पाइप बेचने के लिए कहा था। इसमें से जमा होनेवाली नगदी प्रतिदिन कार्यालय में जमा करने को कहा। ऑनलाइन भुगतान ओवी गैस एजेंसी के स्कैनर के माध्यम से लिया जाना चाहिए, यह भी उन्होंने सूचित किया था। हालांकि, आरोपी ने अपने भाई और पत्नी के गूगल पे और फोन पे के जरिए ऑनलाइन पैसे लेकर और कैश अपने पास रख लिया। उसने ग्राहकों से ऑनलाइन पैसे लेने के दौरान बहाना बनाया कि उसकी पत्नी और भाई के खाते गैस एजेंसियों से हैं। शिकायत में कहा गया है कि प्रथम दृष्टया आरोपी ने वादी से 35 लाख रुपये का गबन किया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।