Junnar hapus arrived in APMC, sold in bulk from 400 to 600 rupees dozen
प्रतिकात्मक तस्वीर

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    पुणे: हापुस (Hapus) का मौसम शुरू हो गया है और फलों का राजा बाजार में आ गया है, लेकिन आप जो आम (Mango) खरीद रहे हैं, क्या वह हापुस है? ये सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं क्योंकि बाजार में हापुस के नाम पर घटिया किस्म के आम देकर उपभोक्ताओं को ठगने के मामले उजागर हुए हैं।

    हापुस ने बाजारों में आ गए हैं। यह भी सामने आया है कि घटिया किस्म के आम हापुस के तौर पर बेचे जा रहे हैं। हापुस के नाम पर घटिया किस्म के आम देकर ठगी की जा रही है। पुणे (Pune) में इसी तरह उपभोक्ताओं को ठगने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ऐसे ही नकली हापुस के 42 पेटी जब्त (Boxes Seized) किए गए हैं। बाजार समिति प्रशासकों ने फर्जी व्यापारियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।

    धोखेबाज़ व्यापारियों के खिलाफ होगी आपराधिक कार्रवाई 

    दक्षिण भारत से हापुस के नाम से निम्न गुणवत्ता वाले आमों की बिक्री महाराष्ट्र में बढ़ रही है। हालांकि, पुणे कृषि उपज मंडी समिति ने इस तरह से उपभोक्ताओं को ठगने वाले व्यापारियों पर नकेल कसने के लिए नकली हापुस की ये पेटियां जब्त कर लिए हैं। कर्नाटक हापुस के नाम से जाना जाने वाला यह आम कोंकण हापुस के रूप में बेचा जा रहा है, जिससे कोंकण में उपभोक्ताओं के साथ-साथ किसानों को भी भारी नुकसान हो रहा है। इसलिए बाजार समिति के प्रशासकों का कहना है कि अब से इस तरह की धोखाधड़ी करने वाले व्यापारियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।