PCMC

Loading

पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड शहर ( Pimpri-Chinchwad City) को स्वच्छ और सुंदर (Clean and Beautiful) बनाने के आंदोलन में महिला स्वयं सहायता समूहों और महिला संगठनों की भागीदारी बढ़ाई जाएगी। इस क्रम में पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) की ओर से शहर की मलिन बस्तियों में शून्य अपशिष्ट पहल, सामुदायिक शौचालयों की सफाई, सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई भी महिला स्वयं सहायता समूहों को दी जाएगी। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं। शौचालयों की मरम्मत के लिए बचत समूहों को 5,000 रुपए दिए जाएंगे। उत्कृष्ट महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए  टूर पैकेज (Tour Package) का आयोजन किया जाएगा।

पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका ने शहर की सभी झुग्गियों को जीरो वेस्ट बनाने का संकल्प लिया है। झुग्गियों में होने वाले कचरे का निस्तारण वहीं किया जा रहा हैं। इसके लिए स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूहों की मदद ली जा रही हैं। यह पहल भोसरी एमआईडीसी के गवलीमाथा स्लम में सफलतापूर्वक चल रही है। यह गतिविधि दापोड़ी स्लम में सीएसआर फंड से शुरू की जाएगी। इसके बाद यह पहल सभी मलिन बस्तियों में चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी। 

महानगरपालिका स्कूलों में जीरो वेस्ट पहल लागू की जा रही 

साथ ही महानगरपालिका के 8 स्कूलों में जीरो वेस्ट पहल लागू की जा रही है। इसके अलावा महानगरपालिका भवन, आठ क्षेत्रीय कार्यालयों और अन्य कार्यालयों में जल्द ही जीरो वेस्ट गतिविधियां शुरू की जाएंगी। सी क्षेत्रीय कार्यालय को राज्य में पहली शून्य अपशिष्ट पहल को लागू करने का सम्मान प्राप्त है।

मरम्मत के लिए पांच हजार रुपए देगी महानगरपालिका

महिला स्वयं सहायता समूहों को नवी दिशा पहल के तहत शहर के 40 स्थानों पर सामुदायिक शौचालयों की सफाई का काम दिया गया है। अब महानगरपालिका उन्हें छह माह तक मामूली मरम्मत के लिए पांच हजार रुपए देगी। स्वयं सहायता समूहों का कार्य अच्छा होने के कारण सार्वजनिक शौचालयों सहित शौचालयों की दैनिक सफाई का कार्य ठेकेदारों के स्थान पर उन्हें दिया जाएगा। 

महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया

थेरगांव स्थित केंद्र में इस्तेमाल किए गए कपड़े से थैले बनाए जा रहे हैं। इसमें वेस्ट मटेरियल से इनोवेशन किया जा रहा है। इसके माध्यम से महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। केंद्र सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान के तहत 8 से 31 मार्च तक महिला महोत्सव मनाया गया। महिलाओं ने शहर के विभिन्न हिस्सों में मशाल मार्च निकाला और नागरिकों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक किया। शौचालयों की सफाई, रख-रखाव और मरम्मत के साथ-साथ मलिन बस्तियों में शून्य अपशिष्ट पहल में महिला स्वयं सहायता समूहों की भागीदारी में वृद्धि की जा रही है। साथ ही वे अन्य गतिविधियों में भी शामिल होंगे। उस गतिविधि में अच्छा काम करने वाली महिला स्वयं सहायता समूहों को महानगरपालिका द्वारा टूर पर भेज जाएगा, साथ ही उन समूहों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा, ऐसा स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है।