Maharashtra Bandh Pimpri

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    पिंपरी:  उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) लखीमपुर खीरी में किसान नरसंहार की घटना के विरोध में महाविकास आघाडी (Mahavikas Aghadi) द्वारा सोमवार को घोषित महाराष्ट्र बंद (Maharashtra Bandh) को पिंपरी-चिंचवड़ शहर (Pimpri-Chinchwad City) में अच्छा प्रतिसाद मिला। महाविकास आघाडी के नेताओं ने शहर में यह बंद सफल रहने का दावा किया है। अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़ शहर में अधिकांश जगहों पर व्यापारीक अधिष्ठान बंद रहे। पिंपरी कैंप, बाजार समेत शहर के कुछ हिस्सों में महाविकास आघाडी के नेताओं ने रैली, फेरी निकालकर दुकानदारों और लोगों से बंद में शामिल होने की अपील की। महाविकास आघाडी में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस, शिवसेना की ओर से पिंपरी चौक स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक के पास धरना आंदोलन किया गया। 

    इसमें पिंपरी-चिंचवड शहर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. कैलास कदम, राष्ट्रवादी कॉंग्रेस पार्टी के शहराध्यक्ष संजोग वाघेरे पाटिल, महिला शहराध्यक्षा वैशाली कालभोर, शिवसेना सहसंपर्क प्रमुख योगेश बाबर, शिवसेना शहराध्यक्ष एड. सचिन भोसले, पूर्व विधायक एड. गौतम चाबुकस्वार, विलास लांडे, विपक्षी नेता राजू मिसाल, वरिष्ठ नेता मानव कांबले, शिवसेना जिला संगठक सुलभा उबाले, शहर संगठक एड उर्मिला कालभोर, नगरसेवक डब्बू आसवानी, अजित गव्हाणे, डॉ। वैशाली घोडेकर, सुलक्षणा धर, निकीता कदम, संगिता ताम्हाणे, सुमन पवले, शमीम पठान, प्रशांत शितोले, अरुण बो-हाडे, मारुती भापकर, जगदीश शेट्टी, सनी ओव्हाल, प्रसाद शेट्टी, तानाजी खाडे, विजय कापसे, रमा ओव्हाल, विजय लोखंडे, फझल शेख, नरेंद्र बनसोडे, अनिल रोहम, अशोक मोरे, राजेंद्रसिंह वालिया, डॉ। वसीम इनामदार, नीरज कडू, वैशाली मराठे, अनुजा कुमार, उमेश खंदारे, तारीक रिझवी, सौरभ शिंदे, शाकीब खान, संदीप जाधव आदि शामिल हुए।

    नागरिकों के समर्थन के कारण सफल रहा 

    एनसीपी के शहराध्यक्ष संजोग वाघेरे ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में लखीमपुर किसान हत्याकांड के खिलाफ सोमवार को महाविकास आघाड़ी सरकार का आह्वान महाराष्ट्र बंद के नागरिकों के समर्थन के कारण सफल रहा है। पिंपरी-चिंचवड़ शहर के सभी आम नागरिकों के साथ-साथ व्यापारियों, लघु उद्यमियों, श्रमिकों, किसानों सभी ने इस बंद को सफल बनाया। समाज के ये सभी तत्व केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों से चिढ़े हुए हैं। ईंधन की बढ़ती कीमतों, महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी ने केंद्र सरकार को नाराज कर दिया है। इसके प्रकोप के रूप में नागरिकों ने स्वेच्छा से बंद में हिस्सा लिया। 

    सभी लोग हैं परेशान

    प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए पिंपरी-चिंचवड़ शहर जिला कांग्रेस के नगर अध्यक्ष डॉ. कैलाश कदम ने कहा कि सोमवार के महाराष्ट्र बंद की सफलता के लिए महाविकास आघाड़ी और अन्य समान विचारधारा वाले दलों के सभी दलों ने एक साथ आकर व्यापारियों, श्रमिकों और लघु उद्यमियों के साथ बैठक की। इन सभाओं में सभी नागरिकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ तीखी भावनाएं व्यक्त कीं। केंद्र सरकार के अत्याचार के खिलाफ आज हर वर्ग की महिलाएं, मजदूर, किसान, व्यापारी, उद्यमी, आम नागरिक हर क्षेत्र से आक्रोशित हैं। मोदी सरकार देश के कमाने वाले बलिराजा और मजदूरों को खत्म करने का काम कर रही है। आज जब देश आजादी के अमृत का जश्न मना रहा है, मोदी-शाह सरकार ने 75 साल में बने भारत को बेच दिया है। श्रम कानूनों, जिन पर लाखों श्रमिकों ने सहमति व्यक्त की थी, को वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा निरस्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों, श्रमिकों या ट्रेड यूनियनों की किसी मांग के बिना पूंजीपतियों को लाभान्वित करने और अगली पीढ़ी को गुलाम बनाने वाले कानून बनाए हैं।  

     केंद्र सरकार को लखीमपुर किसान हत्याकांड की परवाह नहीं 

    पूर्व विधायक विलास लांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी केवल पूंजीपति के रूप में काम करते हैं। अगर कोई प्रधानमंत्री है जो सबसे अज्ञानी तरीके से बोलता है, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है। जिस तरह पिंपरी-चिंचवड़ मजदूरों का शहर है, उसी तरह यह भी किसानों का शहर है। इस राज्य को उद्धव ठाकरे के रूप में एक उदार, समयनिष्ठ मुख्यमंत्री मिला है। पूर्व विधायक विलास लांडे ने विश्वास व्यक्त किया कि उनके नेतृत्व में और जन नेता शरद पवार के मार्गदर्शन में महाराष्ट्र विकास में नंबर एक पर वापस आएगा।  एनसीपी की महिला अध्यक्ष वैशाली कालभोर ने कहा कि केंद्र सरकार को लखीमपुर किसान हत्याकांड की परवाह नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्री को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए।  प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।