पुणे नगर निगम का नोटिस, POP पर प्रतिबंध! शाडू मिट्टी का उपयोग करके ही बनाएं गणेश मूर्ति

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पुणे: गणेशोत्सव (Ganeshotsav 2023) का इंतजार छोटे से लेकर बड़े सभी लोग करते है। वहीं इसके साथ चर्चा शुरू हो जाती है कि इस साल POP पर प्रतिबंध है या नहीं। ऐसे में आज हम इस सबंधं में पुणे की एक खबर आपको बताने जा रहे है। पुणे नगर निगम (Pune Municipal Corporation) ने कहा है कि पीओपी से बने गणेश प्रतिमाएं न खरीदें क्योंकि प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी गणेश प्रतिमाएं प्रतिबंधित हैं। आइए जानते है इस बारे में पूरी जानकारी… 

पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण

आपको बता दें कि पुणे नगर निगम ने मूर्तियों को रंगने के लिए पर्यावरण के अनुकूल, बायोडिग्रेडेबल और गैर विषैले प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने की अपील की है। पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के उद्देश्य से, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मूर्ति निर्माताओं और निर्माताओं के लिए निम्नलिखित दिशानिर्देश जारी किए हैं। तदनुसार, पारंपरिक शाडू मिट्टी का उपयोग करके कच्चे माल से मूर्तियां बनाना। मूर्तियों में प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी), प्लास्टिक और थर्माकोल (पॉलीस्टायरीन) का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।

प्राकृतिक चीजों का करें उपयोग 

इतना ही नहीं बल्कि मूर्तियों के आभूषण बनाने के लिए केवल सूखे पुष्प तत्वों, तिनके आदि का उपयोग किया जाना चाहिए और पेड़ों के प्राकृतिक उत्पादों के राल का उपयोग मूर्तियों को आकर्षक बनाने के लिए चमकदार सामग्री के रूप में किया जा सकता है। मूर्तियों को चित्रित करने के लिए रासायनिक रंगों, तेल पेंट, एनामेल और कृत्रिम रंगों पर आधारित पेंट का उपयोग सख्त वर्जित है।

पुणे नगर निगम ने कहा… 

पुणे नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त डॉ. कुणाल खेमनार ने आवाहन किया है कि, सजावटी कपड़े प्राकृतिक सामग्री और रंगों का उपयोग करके बनाए जाने चाहिए और हटाने योग्य और धोने योग्य होने चाहिए। रंगाई के लिए, केवल प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले रंगद्रव्य जैसे खनिज रंगद्रव्य या रंगीन पत्थरों का उपयोग किया जाना चाहिए।