Pune Auto rickshaw
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    पुणे: पुणे शहर (Pune City) में परमिट (Permit) वाले आटो रिक्शा (Auto Rickshaw) की संख्या 26 हजार बढ़ गई है। रिक्शा परमिट ओपन होने से पूर्व शहर में परमिटेड रिक्शे की संख्या 46 हजार थी जो बढ़कर 82 हजार 523 हो गई है। रिक्शा परमिट की संख्या बढ़ने की वजह से इसे बंद करने की मांग रिक्शा संगठनों की तरफ से की जा रही है। 

    पुणे प्रादेशिक परिवहन विभाग की तरफ से रिक्शा परमिट बंद करने का प्रस्ताव परिवहन कार्यालय में पेश किया गया है, लेकिन इस पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

    रिक्शा चालकों में प्रतिस्पर्धा शुरू

    पुणे आरटीओ (Pune RTO) की तरफ से नए रिक्शे को परमिट देने की 2017 में शुरूआत की गई थी। 2017 तक पुणे शहर में 46 हजार 4 रिक्शे को परमिट दी गई थी। नए रिक्शे को परमिट दिए जाने की शुरुआत होने के बाद कई लोगों को काम मिला है, लेकिन रिक्शों की संख्या बढ़ने से रिक्शा चालकों में प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई।

    36 करोड़ 51 लाख रुपए का राजस्व मिला

    पुणे शहर में मई आखिर तक 82 हजार 523 रिक्शे को परमिट बांटा गया। रिक्शा परमिट फिर से ओपन होने के बाद से 36 हजार 519 नए रिक्शे को परमिट बांटा गया है। इससे आरटीओ को 36 करोड़ 51 लाख रुपए का राजस्व मिला है। कई स्टैंड पर रिक्शा की संख्या अधिक होने के कारण चालकों को दिन में किराये कम मिल रहे है। इसलिए नए परमिट देना बंद करने की मांग रिक्शा संगठनों ने आरटीओ से की है।

    रोजगार के लिए रिक्शा परमिट को ओपन रखा गया है, लेकिन नए रोजगार के अवसर बनाकर परमिट देना चाहिए। शहर में वाहनों की संख्या 40 लाख हो गई है। इसलिए तुरंत रिक्शे को परमिट देना बंद करना चाहिए। इसे लेकर पुणे आरटीओ ने प्रस्ताव भी भेजा है। मैंने खुद परिवहन मंत्री से बात की है। फिलहाल इस मामले में विधि व न्याय विभाग से सलाह मांगी गई है।

    - नितीन पवार, महासचिव, रिक्शा पंचायत