Balgandharva Theater

    Loading

    पुणे: पुणे (Pune) का गौरव बालगंधर्व नाट्यगृह (Balgandharva Theater) को नए तरीके से बनाया जाएगा। इससे संबंधित तकनीकी प्रक्रिया (Technological Process) को पूरा करके विश्वस्तरीय नाट्यगृह का निर्माण कराया जाएगा। पुणे की सांस्कृतिक विरासत बालगंधर्व नाट्यगृह के पुनर्विकास का निर्णय सभी को साथ लेकर किया गया है। यह जानकारी पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोल (Murlidhar Mohol) ने दी है।

    बालगंधर्व नाट्यगृह के पुनर्विकास के निर्णय का हो रहे विरोध के बाद पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में विस्तार से जानकारी दी गई। मोहोल ने कहा कि पुणे का गौरवशाली बालगंधर्व नाट्यगृह एक महान सांस्कृतिक विरासत है। 54 वर्ष पहले पु.ल. देशपांडे के कांसेप्ट पर इस थिएटर का निर्माण कराया गया था। बालगंधर्व में परफॉरमेंस की हर कलाकार की ख्वाहिश होती है, लेकिन बुकिंग फुल होने के कारण कलाकारों को मौका नहीं मिलता है। 

    अंतिम प्रस्ताव का प्रजेंटेशन अजीत पवार के सामने किया गया 

    इस समस्या को ध्यान में रखकर 2018 में तत्कालीन स्थायी समिति के अध्यक्ष ने बालगंधर्व नाट्यगृह के पुनर्विकास का प्रस्ताव रखा था और उसके लिए बजट में प्रावधान भी किया। अब बालगंधर्व नाट्यगृह के पुनर्विकास के अंतिम प्रस्ताव का प्रजेंटेशन उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के सामने किया गया। प्रजेंटेशन के बाद उपमुख्यमंत्री अजीत पवार का इसे लेकर सकारात्मक रुख होने की जानकारी पूर्व महापौर मोहोल ने दी।

    तीन नई आर्ट गैलरी होगी

    बालगंधर्व नाट्यगृह 22 हजार वर्ग फुट की जगह पर बनी है। अब मूल ढांचे को तोड़कर 3.5 लाख वर्ग फुट का नाट्यगृह बनाया जाएगा। नए भवन में 1 हजार, 500 और 300 लोगों की क्षमता के तीन थिएटर होंगे। बालगंधर्व नाट्यगृह के नए भवन में 10 हजार वर्ग फीट का एक और 5 हजार वर्ग  फीट के दो ऐसे कुल मिलाकर तीन नई आर्ट गैलरी होगी। वर्तमान में केवल 500 फीट वर्ग की आर्ट गैलरी है। इसके अलावा, नए भवन में 800 से 900 दोपहिया और 350 फोर व्हीलर वाहनों की पार्किंग की सुविधा होगी। इसके साथ ही पु.ल. देशपांडे और बालगंधर्व नाट्यगृह के 54 वर्ष की यात्रा की यादें हमेशा के लिए संजो कर रखी जाएंगी।

    कमर्शियल कॉम्प्लेक्स केवल प्रचार का फंडा 

    बालगंधर्व का पुनर्विकास करने के नाम पर वहां एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा। यह जानबूझकर कुछ लोगों द्वारा प्रचार किया जा रहा है, लेकिन इस प्रचार में कोई सच्चाई नहीं है। यह झूठा प्रचार केवल विरोध के लिए किया जा रहा है। बालगंधर्व पुनर्विकास परियोजना में एक इंच भी निर्माण व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए नहीं होगा।