पुणे. पुणे जिले (Pune District) में सबसे अधिक कोरोना मरीज (Corona Patient) मिले थे। जिले में कोरोना पॉजिटिविटी रेट भी अधिक था, लेकिन वैक्सीनेशन (Vaccination) बढ़ाए जाने के कारण पुणे (Pune) और पिंपरी -चिंचवड़ शहर (Pimpri-Chinchwad City) सहित जिले में कोरोना संक्रमितों की पॉजिटिविटी रेट पिछले महीने भर से कंट्रोल में है। फ़िलहाल पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से कम है। इस रेट को नियंत्रण में रखने में वैक्सीनेशन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
जनवरी महीने में जिले में वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई थी। ग्रामीण क्षेत्र में 36 लाख 2 हज़ार 624 नागरिकों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य था। पुणे शहर में 30 लाख 927 नागरिकों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया था, जबकि पिंपरी-चिंचवड़ परिसर में 19 लाख 36 हज़ार 154 नागरिक को मिलाकर 85 लाख 39 हजार 706 लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य प्रशासन ने रखा था। इनमे फ्रंटलाइन वर्कर, हेल्थ वर्कर, 45 और 65 से अधिक उम्र के नागरिकों के वैक्सीनेशन को प्राथमिकता दी गई थी। जिले में 1285 केंद्रों से वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई। शुरुआत में वैक्सीन की सप्लाई सीमित थी। बाद में यह सुचारू रूप से शुरू हुआ। पिछले कुछ दिनों से वैक्सीन की सप्लाई सुचारु रूप से हो रही है।
15 दिनों में 5 बार एक लाख से अधिक वैक्सीनेशन
जिले में वैक्सीनेशन का लक्ष्य प्रशासन ने पूरा कर लिया है। 1 करोड़ 14 हजार नागरिकों का वैक्सीनेशन पूरा हुआ। बाद के दिनों में 18 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ था। जनवरी से मार्च के बीच 8 लाख 84 हजार लोगों का वैक्सीनेशन हुआ। मई महीने में 5 लाख 43 हजार लोगों का वैक्सीनेशन हुआ। जून के बाद वैक्सीनेशन में तेजी आई। पिछले साढ़े तीन महीने में 63 लाख लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है। 70 फीसदी वेक्सिनेशन केवल साढ़े तीन महीने में हुआ है। सितंबर में वैक्सीन की भारी मात्रा में हुई सप्लाई और विभिन्न कंपनियों द्वारा चलाए गए वैक्सीनेशन की वजह से पिछले 15 दिनों में पांच बार जिले में एक लाख से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है, जबकि एक दिन में पौने तीन लाख वैक्सीनेशन कर रिकॉर्ड बनाया गया।