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    पिंपरी : ऐन त्योहार के सीजन (Festive Season) में पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) के सभी क्षेत्रों में पानी सप्लाई (Water Supply) ठप (Closed) हो गई है।  कई जगहों पर कम दबाव से पानी की सप्लाई हो रही है, जबकि कई जगहों पर पिछले दो दिन से पानी नहीं आया है। इसकी वजह से नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन प्रशासन का रवैया बेहद ढीला-ढाला है। बार-बार शिकायत करने के बाद भी प्रशासन को समस्या के समाधान के लिए मुहूर्त का इंतजार है क्या? यह सवाल स्थायी समिति की बैठक में नगरसेवकों ने उठाया है।

    पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) की स्थायी समिति (Standing Committee) की बैठक हाल ही में सम्पन्न हुई है। इस बैठक की अध्यक्षता एड. नितिन लांडगे ने की। इस दौरान शहर और प्रभाग की सुख-सुविधाओं की बदहाल स्थिति पर सदस्यों ने महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासन को आड़े हाथों लिया। शहर में पिछले छह दिनों से पानी सप्लाई खंडित रह रही है।

    प्रशासन से की गई थी शिकायत

    इसे लेकर इससे पहले ही प्रशासन से शिकायत की गई थी, लेकिन प्रशासन ने इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। इसकी वजह से ऐन त्योहार के मौसम में नागरिकों का बुरा हाल हो रहा है। सदस्यों ने आरोप लगाया कि इसके लिए जलापूर्ति विभाग के निष्क्रिय अधिकारी जिम्मेदार है।

     इन  इलाकों में पानी की भारी किल्लत 

    मौजदा समय में संत तुकाराम नगर, भोसरी, पिंपरी, पिंपले-गुरव, पिंपले सौदागर में  पानी की भारी किल्लत है। कम दबाव से पानी की सप्लाई हो रही है। इसकी वजह से नागरिकों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है। इसकी वजह से सोसायटी की टंकियां खाली पड़ी है। पिछले दो दिनों से पानी नहीं आने की वजह से उपलब्ध पानी सोसायटी के नागरिकों के लिए पर्याप्त नहीं है। इसके कारण नागरिकों को पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। सदस्यों ने सवाल पूछा है कि इस पर वाटर सप्लाई विभाग और खुद कमिश्नर क्या करेंगे?

    दो दिनों से पानी नहीं मिला

    मौजूदा समय में शहर में पानी की भारी किल्लत है।  शहर के नागरिकों को दो दिनों से पानी नहीं मिला है।  इसकी वजह से नागरिक हैरान और परेशान है।  जबकि दूसरी तरफ़ महानगरपालिका कमिश्नर राजेश पाटिल ने नवंबर से 24 घंटे जलापूर्ति की बात कह रहे है।  जबकि कुछ प्रभागों में 24 घंटे जलापूर्ति की शुरुआत भी हो गई है, लेकिन नवंबर से हर दिन पानी सप्लाई करना संभव नहीं है। यह बात जलापूर्ति विभाग ने स्पष्ट कर दी है। स्थायी समिति की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कार्यकारी अभियंता प्रवीण लड़कत ने यह खुलासा किया है। जल्द ही सारे क्षेत्र में वाटर सप्लाई नियमित रूप से करना उतना आसान नहीं है।