
कल्याण : सिर्फ दो महीने पहले, बीजेपी (BJP) ने शिंदे समूह का समर्थन किया और शिवसेना (Shiv Sena) में एक ऊर्ध्वाधर विभाजन बनाकर राज्य में सत्ता हासिल की। अब भारतीय जनता पार्टी ने प्रवास योजना के नाम से महाराष्ट्र (Maharashtra) में 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में 45 सांसदों को चुनने की रणनीति बनाई है। दिलचस्प बात यह है कि इसकी शुरुआत केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Union Minister Anurag Thakur) ने मुख्यमंत्री के बेटे सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे (MP Dr. Shrikant Shinde) के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से की थी। केंद्रीय मंत्री ठाकुर की तीन दिवसीय यात्रा योजना के दौरान बीजेपी ने सभी विभागों के सरकारी अधिकारियों में दरार पैदा कर राजनीतिक चाल चलते हुए कमल अभियान की शुरुआत की है। इसी को देखते हुए देखा गया है कि जिले में होने वाले सभी चुनावों में बीजेपी अपना झंडा फहराने की तैयारी में दिखाई दे रही है।
बीजेपी के मिशन 45 के तहत केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कल्याण, डोंबिवली, उल्हासनगर अंबरनाथ क्षेत्रों में बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैठक की और आगामी चुनावों में उन्हें होने वाली समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली दिलचस्प बात यह है कि कल्याण लोकसभा क्षेत्र की 6 विधानसभाओं में 1 राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, 1 मनसे, 1 शिंदे समूह और 3 बीजेपी विधायक हैं। इसलिए, अधिक निर्वाचन क्षेत्र बीजेपी के नियंत्रण में हैं। कल्याण लोकसभा सीट मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे की है और उनके निर्वाचन क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा के साथ-साथ 6 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए मजबूत मोर्चा बनाना शुरू कर दिया है। नतीजतन भारतीय जनता पार्टी की नजर एकनाथ शिंदे समूह के लोकसभा क्षेत्र पर है। जो भारतीय जनता पार्टी के साथ सत्ता में है।
दोनों के बीच कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की यात्रा योजना दौरे की शुरुआत राज्य मंत्री रविंद्र चव्हाण ने की। खास बात यह है कि डोंबिवली हमेशा से बीजेपी का गढ़ रहा है। पहले ही दिन केंद्रीय मंत्री ठाकुर शिंदे समूह के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे के डोंबिवली स्थित आवास पर गए और उनसे मुलाकात की और उनके साथ नाश्ता किया। लेकिन मंत्री ठाकुर ने खुद कहा कि दोनों के बीच कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। मैंने श्रीकांत से कहा था कि मैं उनके घर आया हूं क्योंकि वह मेरा दोस्त है। लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि तीन दिवसीय यात्रा के दौरान मंत्री ठाकुर के साथ शिंदे समूह का कोई प्रतिनिधि या पदाधिकारी नजर नहीं आया।
अनुराग ठाकुर ने सरकारी अधिकारियों से जताई नाराजगी
दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कल्याण पूर्व से बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड द्वारा आयोजित बीजेपी कार्यकर्ताओं की एक सभा में भाग लिया और बीजेपी पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद उन्होंने महानगरपालिका सहित विभिन्न विभागों के लगभग 30 से 35 अधिकारियों की बैठक आयोजित की। कल्याण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका हॉल में इस बैठक में सिर्फ केंद्रीय मंत्री ठाकुर बीजेपी विधायक पूर्व पार्षद और पदाधिकारी मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में बीजेपी विधायक, पूर्व पार्षदों ने अधिकतर पदाधिकारियों की शिकायतें मंत्री ठाकुर के सामने विस्तार से रखी जिसके चलते बैठक चार घंटे तक चली। इस बैठक में मंत्री ठाकुर ने ज्यादातर वरिष्ठ अधिकारियों को अपनी परतीं के पदाधिकारी, नेताओं का काम करने का निर्देश दिया। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सरकारी अधिकारियों से नाराजगी जताई।
मुख्यमंत्री के जिले पर अपनी सियासी पकड़ बना रही बीजेपी
तीसरे दिन की शुरुआत उन्होंने विधायक डॉ. बालाजी किणीकर के अंबरनाथ विधानसभा से की। लेकिन इस दौरे के दौरान बीजेपी ने बारिश जारी रहने पर भी केंद्रीय मंत्री ठाकुर के स्वागत के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया। शाम को केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने उल्हासनगर के बीजेपी विधायक कुमार आयलानी के कार्यालय जाकर कार्यकर्ताओं की समस्याओं की जानकारी ली और प्रेस वार्ता कर यात्रा का समापन किया। इस मौके पर उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी के तीन दिवसीय लोकसभा चुनाव मिशन और तीन दिन में हुए घटनाक्रम के बारे में बताया। कुल मिलाकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के तीन दिवसीय दौरे में देखा गया है कि बीजेपी मुख्यमंत्री के जिले पर अपना सियासी कब्जा जमा रही है!।