कल्याण : कल्याण पश्चिम (Kalyan West) लालचौकी (Lal Chowki) पर स्थित सिग्नल वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है और सिग्नल के सामने स्ट्रीट लाइट बंद होने से हादसे हो रहे हैं। मनसे के शहर आयोजक भोईर और उनके कार्यकर्ताओं ने स्ट्रीट लाइट पर स्टिकर लगाकर आंदोलन किया।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से शहर की सूरत बदलने का दावा करते हुए केडीएमसी प्रशासन ने स्मार्ट सिटी योजना के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए है। स्मार्ट सिटी से शहर में सिग्नल सिस्टम शुरू करने के लिए लाखों रुपये की लागत से शहर का सर्वे कर 20 जगहों पर सिग्नलों की संख्या तय की गई। कल्याण पश्चिम लालचौकी चौक पर सिग्नल के सामने स्ट्रीट लाइट का खंभा है जिसे कुछ माह पहले ही शुरू किया गया था। जिससे वाहन चालक को सिग्नल दिखाई नहीं देता है इससे बाइक की पिछली सीट पर बैठे यात्री को वाहन से उतरकर सिग्नल चेक करना पड़ता है।
स्टिकर चिपकाकर विरोध प्रदर्शन
यदि कोई ड्राइवर सिग्नल को तोड़ता है क्योंकि उसे सिग्नल का अनुमान नहीं होता है, तो उसे दंडित किया जाएगा। कई लोगों को सिग्नल नहीं दिखाई देने पर दूसरी तरफ से आने वाले वाहन चालक हादसों का कारण बन रहे हैं। सिग्नल योजना को सही ढंग से लागू करने के लिए कल्याण मनसे कार्यकर्ताओं ने लालचौकी क्षेत्र में आंदोलन शुरू कर दिया और सामने स्ट्रीट लाइट पर रंगीन स्टिकर चिपकाकर विरोध प्रदर्शन किया।
नागरिकों को फायदा की जगह नुकसान हो रहा है
मनसे शहर के आयोजक रूपेश भोईर ने मांग की है कि परियोजना की लागत उन अधिकारियों के वेतन से वसूल की जानी चाहिए जो परियोजना को शून्य तरीके से लागू कर रहे हैं क्योंकि स्मार्ट सिटी के नाम पर पैसों की बर्बादी हो रही है और महानगरपालिका के पैसे से नागरिकों को फायदा की जगह नुकसान हो रहा है।