ठाणे : मुंब्रा (Mumbra) के एक व्यवसायी (Businessman) के 6 करोड़ रुपये हड़पने (Grab Rs 6 Crore) के मामले में मुंब्रा पुलिस के अधिकारी (Officers) और पुलिस कर्मियों (Police Personnel) पर गाज आखिरकार गिर ही गई। पुलिस कमिश्नर जयजीत सिंह (Commissioner Jaijit Singh) ने क्राइम पीआई गीताराम शेवाले, पीएसआई हर्षद काले, पीएसआई रविकांत मदने सहित कुल 10 पुलिस वालों को निलंबित किया है। इसके अलावा एसीपी व्यंकट आंधले और सीनियर पीआई अशोक कडलग के खिलाफ विभागीय जांच (Departmental Inquiry) का आदेश दिया है।
ठाणे के पुलिस कमिश्नर जयजीत सिंह ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए। उक्त आदेश जारी किया। एसीपी व्यंकट आंधले, सीनियर पीआई अशोक कडलग सहित सभी निलंबित लोगों की जांच डीसीपी अविनाश अंबुरे करेंगे। इस कार्रवाई के चलते ठाणे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। निलंबित किये गए पुलिस कर्मियों में कांस्टेबल पंकज गायकर, जगदीश गावित, दिलीप किरपण, प्रवीण कुंभार, अंकुश वैद्य, ललित महाजन, निलेश सालुंखे हैं।
खिलौने के 30 डिब्बों में रखे 30 करोड़ जब्त
गैरतलब है कि मुंब्रा के बॉम्बे कालोनी निवासी फैजल मेमन खिलौने के घर पर 12 अप्रैल 2022 की रात साढ़े 12 बजे मुंब्रा पुलिस के क्राइम ब्रांच के पीआई शेवाले की अगुवाई में पुलिस टीम ने छापा मारा था। खोजबीन में पुलिस ने खिलौने के 30 डिब्बों में रखे 30 करोड़ को जब्त किया था और पुलिस टीम बरामद राशि को अपने साथ पुलिस स्टेशन ले गयी थी। पुलिस से हुई बातचीत में 2 करोड़ पर मामले को रफादफा करने की बात निश्चित हुई थी। आरोप है कि जब पुलिस ने मेमन को उसकी नगदी वापस दी तो उसमे से 6 करोड़ निकाल लिए थे। मेमन ने 6 करोड़ कम देने के बारे में पुलिस से पूछा तो उसे वहां से भगा दिया गया था। मेमन की तरफ से इब्राहिम पाशा नामक व्यक्ति ने 25 अप्रैल 2022 को पुलिस कमिश्नर सहित राज्य के गृह मंत्री को पत्र लिख पुलिस स्टेशन में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर संबंधित पुलिस वालों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज करने की मांग की थी। शिकायतकर्ता का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। पत्र के वायरल होने के बाद पुलिस कमिश्नर जयजीत सिंह ने डीसीपी अविनाश अंबुरे को मामले की जांच का आदेश दिया था।