ठाणे महानगरपालिका ने खतरनाक घरों का शुरू किया सर्वे

    Loading

    ठाणे : ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र (Thane Municipal Area) में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों (Hilly Areas) के नालों के समीप बसे घरों पर खतरा मंडराने लगा है।  ऐसे में खतरनाक घरों (Dangerous Houses) में रहने वाले आम लोगों को परेशानी (Trouble) का सामना न करना पड़े इसलिए ठाणे महानगरपालिका ने पहाड़ी इलाकों में घरों का सर्वे शुरू कर दिया है। ठाणे महानगरपालिका अधिकारियों के मुताबिक सर्वे के बाद खतरनाक घरों को खाली करवाने का कार्य महानगरपालिका द्वारा किया जाएगा। 

    बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में ठाणे महानगरपालिका के वागले इस्टेट, लोकमान्य नगर, कलवा और मुंब्रा क्षेत्रों में पहाड़ियों पर बड़ी संख्या में बस्तियां बनाई गई हैं। इन पहाड़ियों की तलहटी में बड़ी संख्या में बस्तियाँ बसी हैं। इन बस्तियों से पहाड़ों से आने वाले बारिश के पानी को निकालने के लिए महानगरपालिका ने नालों का निर्माण कराया है। इस नाले की दीवार से सटी बस्तियों में मकान हैं और बरसात के दिनों में नाले में पानी रिसता है। मानसून से पहले महानगरपालिका ने शहर के कई नालों की दीवारों की मरम्मत कर नालों की सफाई कराई थी.अब फिर एक बार इन नालों से सटे घरों के समीप रहने वाले लोगों को भूस्खलन का खतरे का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए महानगरपालिका ने पुनः सर्वे शुरू कर दिया है। 

    पिछले सप्ताह लगातार तीन दिनों तक लगातार हुई बारिश 

    गुरुवार को महज आधे घंटे में 72 मिमी बारिश हुई। इससे पहाड़ से आने वाले पानी का बहाव ऐसा था कि मिट्टी और बड़े-बड़े पत्थर अपने साथ बहा ले गए। ये पत्थर और कीचड़ नालियों में जगह-जगह फंस गए। इससे नालों की ऊंचाई कम हो गई और पानी का बहाव आगे बढ़ गया। कलवा के भास्कर नगर का एक चार साल का बच्चा इस पानी के बहाव में बह गया। पहाड़ियों के पास वागले एस्टेट, लोकमान्य नगर, सावरकर  हिस्सा, इंदिरा नगर, कैलाश नगर, वार्ली पाड़ा, कलवा और मुंब्रा इलाकों में सड़कें और गलियां नदियों में बदल गईं है। इस पानी के बहने से कई जगह नाले की दीवारें गिर गई हैं और उनके आसपास की मिट्टी का क्षरण होने लगा है। 

    इसी तरह महात्मा फुले नगर स्थित भवन से सटे नाले की दीवार भी गिर गई। इस घटना के परिणामस्वरूप इमारत के नीचे की मिट्टी को हटा दिया गया है और खंभे दिखाई दे रहे हैं। महानगरपालिका प्रशासन ने एहतियात के तौर पर इमारत को खाली करा लिया था। वागले एस्टेट, लोकमान्य नगर, कलवा और मुंब्रा इलाकों में कुछ ऐसी ही तस्वीर है। इस क्षेत्र में नाले के बगल की दीवार गिरने से मिट्टी खत्म हो गई है और इससे नाले के बगल में मकान बनाना खतरनाक हो गया है। इस पृष्ठभूमि में महानगरपालिका ने एहतियात के तौर पर ऐसे घरों के निवासियों को कहीं और स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है और उन निर्माणों का निरीक्षण शुरू कर दिया है।