वर्धा. आंगनवाड़ी कर्मचारी कृति समिति की ओर से 4 दिसंबर से हड़ताल शुरु है. आयटक व सीटू की अगुवाई में यह आंदोलन चल रहा है. शुक्रवार, 5 जनवरी को 33 वें दिन जिप के समक्ष आंगनवाड़ी कर्मियों ने आक्रोश जताया़ कर्मियों की हड़ताल खत्म करने के लिये सरकार नोटीस भेज रही है. परंतु दबावतंत्र का उपयोग न करें अन्यथा सोमवार से राज्यभर में ज्वाला आंदोलन किया जाएगा, ऐसी चेतावनी राज्य सचिव दिलीप उटाने ने दी़ उक्त आंदोलन के बाद जो स्थिति पैदा होगी, इसके लिये सरकार जिम्मेदार रहेंगी.
सरकार द्वारा मिला मौखिक आश्वासन लिखित तौर पर दिया जाये़ महिला कर्मियों की मानधन में वृध्दि करें, सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार ग्रैज्युइटी, बीमारी पर अवकाश आदि सहित अन्य मांगों के लिये यह आंदोलन चल रहा है.
33 वें दिन हुए आंदोलन में वंदना कोलणकर, मैना उईके, मंगला इंगोले, अल्का भानसे, माला भगत, अरुणा नागोसे, सुष्मा ढोक, रुपाली बिजवे, संगीता ठाकरे, चंदा करनाके, सुलभा तिरभाने, प्रतीक्षा भूरे, मीना ढोके, संगीता मनहर, आशा गलहाट, ममता चव्हाण, मंगला इंगोले, अनामिका घागरे, तृप्ती बंनगरे, आशा गलहाट, ममता चव्हाण, रेखा काचोले सहित बडी संख्या में महिला कर्मचारी शामिल हुई थी.