
वर्धा. पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर सभी सरकारी, निमसरकारी, जिला परिषद, नगर पालिका, नगर पंचायत कर्मचारी, शिक्षक हड़ताल पर चले गए है़ं. शनिवार को भी अवकाश के दिन स्थानीय डा़ बाबासाहब आंबेडकर प्रतिमा परिसर में एकजुट होकर कर्मियों ने ठियसा आंदोलन करते हुए जोरदार नारेबाजी की. पिछले कुछ दिनों से चल रही हड़ताल से शासकीय कामकाज ठप पड़ चुका है़.
शनिवार को वर्धा सहित कारंजा, आर्वी, आष्टी, हिंगनघाट, देवली, सेलू, समुद्रपुर के तहसील कार्यालय परिसर में कर्मियों ने आंदोलन जारी रखा़ अवकाश का दिन होने के बावजूद भी आंदोलन स्थल पर कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे़. कारंजा में कर्मचारियों ने पेंशन पर नाटिका प्रस्तुत कर सरकार का ध्यान खींचा़ इसमें बड़ी संख्या में महिलाकर्मी शामिल हुई थी़. विविध स्लोगन लिखी हुई तख्तियां दिखाकर नारे दिये गये़.
पेंशन पथ नाटिका से खींचा गया ध्यान
वर्धा व आष्टी में दिनभर कर्मियों ने तबला, पेटी बजाकर भजन, भारुड़ प्रस्तुत किये़. एक ही मिशन, पुरानी पेंशन की घोषणाएं दी गई़. गांधी टोपी पहनकर बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी आंदोलन में शामिल हुई थी़. नप कर्मचारी संगठन में आंदोलन को लेकर संभ्रम देखने मिला़. वरिष्ठों की सूचना पर कुछ कर्मचारी अपने काम पर लौटे है. तो कुछ कर्मियों ने जब तक हमें न्याय नहीं मिलता तब तक आंदोलन पर डटे रहने का निर्णय लिया है़. आंदोलन का असर जिले की स्वास्थ्य सेवा पर भी देखा गया़ ग्रामीण क्षेत्र के उपजिला व ग्रामीण अस्पतालों में कुछ कर्मचारी हड़ताल पर जाने से मरीजों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है़.
उपाय योजना के लिये एक्शन प्लान
जिले में स्वास्थ्य सुविधा पर हड़ताल का बुरा प्रभाव न पड़े इसके लिये जिलाधिकारी ने एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिये है़. इसके लिये वरिष्ठ वैद्यकीय अधिकारियों से उपाय योजना करने को कहा है़ मरीजों को असुविधा न उठानी पड़े, इस ओर ध्यान देने को कहा़.