
वर्धा. सेवाग्राम स्थित महात्मा गांधी आश्रम में देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक आते है़ वर्धा का ऐतिहासिक महत्व देखते हुए सरकार की ओर से गांधी फार टुमारो (सेवाग्राम विकास प्रारूप) यह महत्वाकांक्षी योजना जिले में लाई गई. योजना के तहत करोड़ों रुपए की निधि के माध्यम से विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे है़ इसमें से कुछ निर्माण कार्य किया गया है, तो कुछ प्रगतिपथ पर है़ अब तक जितना भी सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया, उसकी उचित देखरेख नहीं की जा रही है. परिणामवश महात्मा गांधी प्रतिमा परिसर में किए गए सौंदर्यीकरण की पूर्णत: धज्जियां उड़ रही है़ यहां लगाए गए लाइट कुछ दिनों से बंद पड़ने के कारण अंधेरा फैल रहा है़ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सेवाग्राम आश्रम लोगों को निरंतर प्रेरणा देने वाला रहा है़ इससे दुनियाभर के पर्यटकों के लिए यह एक आकर्षण का केंद्र बने, इसके लिए वर्षों पहले तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने गांधी फार टुमारो योजना की घोषणा की थी.
तत्कालीन कांग्रेस सरकार की योजना
योजना प्रत्यक्ष रूप में भाजपा सरकार के कार्यकाल में शुरू है़ योजना में निधि कम किया गया, ऐसे आरोप भी शुरूआत में विरोधकों ने लगाए थे़ फिर भी कार्य को गति दी गई़ शहर के मुख्य चौराहों का अतिक्रमण निकालकर प्रशस्त मार्ग, चौराहों पर आकर्षक विद्युतीकरण, महात्मा गांधी के जीवन प्रसंग पर आधारित प्रतिमाएं लगाकर सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है़ कुछ कार्य पूर्ण हुआ है़ वहीं देखरेख के अभाव में प्रकल्प पूर्ण होने के पहले ही निर्माण कार्य की धज्जियां उड़ाई जा रही है़
आकर्षक लाइटिंग पड़ी है बंद
गांधी फार टुमारो योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा शहर के जिलाधिकारी कार्यालय स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा से केंद्रीत है़ इस प्रतिमा का लोकार्पण खान अब्दुल गफ्फार खान जिन्हें महात्मा गांधी की तरह अहिंसा आंदोलन के लिए जाना जाता है, उनके हस्ते किया गया था़ इससे इस प्रतिमा का ऐतिहासिक महत्व है़ अनेक गांधीवादियों की भावनाएं इसके साथ जुड़ी है़ साथ ही बस तथा रेलवे स्टेशन से उतरने वाले पर्यटकों को यहीं से गुजरना पड़ता है़ इस स्थल का महत्व ध्यान में रखकर चौराहे का अतिक्रमण हटाया गया़ चारों ओर महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित प्रतिमाएं भी लगाई गई़ आकर्षक पौधे एवं आकर्षक लाइटिंग लगाकर सौंदर्यीकरण किया गया़ कुछ हिस्से की लाइटिंग पूर्णत: बंद पड़ गई है, जिससे रात के समय प्रतिमा परिसर में अंधेरा छाया रहता है.
गंभीरता से ध्यान देने की उठ रही मांग
महात्मा गांधी की प्रतिका के साथ ही शहर के अन्य चौराहों का भी गांधी फार टुमारो योजना के तहत सौंदर्यीकरण किया गया है़ छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास एक माह पूर्व पाइपलाइन के लिए खुदाई की गई थी़ खुदाई के बाद वह गड्ढा अभी भी जस के तस कायम है़ अभी तक गांधी फार टुमारो योजना के तहत निर्माण कार्य पूर्ण भी नहीं हुआ है़ कार्य में अनियमितता तथा देखरेख के अभाव में निर्माण कार्य की धज्जियां उड़ रही है, जिससे योजना की सफलता पर प्रश्नचिन्ह उपस्थित हो रहे है.