साहूर (सं). श्रीक्षेत्र झुंज में हुई दर्दनाक घटना के बाद जिले के तारासावंगा में मातम छाया हुआ है़ गांव के पांच लोगों ने अपनी जान गंवाई़ अब तक प्रशासन को तीन लोगों के शव बरामद हुए़ वहीं 30 घंटे बीतने पर भी अन्य 8 लोगों के शव नहीं मिल पाये़ उनकी खोजबिन में एनडीआरएफ व प्रशासन की टीमें तैनात है.
उल्लेखनिय यह कि हादसे में 2 वर्षीय बालिका की भी मौत हुई़ नाव पलटते ही दादा ने अपनी पोती को बचाने की लाख कोशिश की़ परंतु नदी तट पर पहुंचते ही दोनों ने एक दूसरे से लिपटकर दम तोड़ दिया़ दादा व पोती का शव एकसाथ मिलने पर उपस्थितों की आंखों से आंसु झलक पड़े. यह मंजर अत्यंत दु:खद था़ घटना में वर्धा जिले के तारासावंगा में निवासित 5 लोगों की मौत हुई़ इससे गांव में सर्वत्र मातम छाया हुआ है.
गाडेगांव में दशक्रिया का कार्यक्रम निपटाकर सभी लोग महादेव मंदिर के दर्शन के लिए नाव से जा रहे थे़ प रंतु मांझी को साथ न ले जाकर इन लोगों को बड़ी भूल की व बीच मझधार में ही उनकी नाव डूब गई़ इसमें 11 लोगों को जलसमाधि मिली़ मृतकों में तारासावंगा के मोनाली सुखदेव खंडाले (12), आदिती सुखदेव खंडाले (13), अश्विनी अमर खंडाले (21), ऋषाली अतुल वाघमारे (19), अतुल गणेश वाघमारे (25) का समावेश था. इनमें से एक भी व्यक्ति का शव नहीं मिला है़ नागपुर, अमरावती व वर्धा प्रशासन खोजबिन में लगा है.
राज्यमंत्री कडू, विधायक केचे, काले ने दी सांत्वना
घटनास्थल को राज्यमंत्री बच्चू कडू, आर्वी के विधायक दादाराव केचे, पूर्व विधायक अमर काले ने भेंट दी़ विधायक केचे व पूर्व विधायक काले ने तारासावंगा में पहुंचकर पीड़ित परिवार की सांत्वना की़ शासनस्तर पर मदद करने का आश्वासन दिया़ दोपहर को जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार ने भी घटनास्थल को भेंट दी़ फिलहाल केंद्रीय आपदा निवारण दल परिसर में तैनात है.
अन्य शव ढूंढने ड्रोन कैमरे की ली जा रही मदद
नागपुर, अमरावती व वर्धा जिले के पालकमंत्री ने हेलिकाप्टर से घटनास्थल का निरीक्षण किया़ अन्य शव को ढूंढने ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही है़ स्थानीय मछुआरों ने प्रशासन को खोजबिन में मदद करने की अनुमति मांगी है़ परंतु अब तक प्रशासन ने उन्हें अनुमति न देने की जानकारी है़ इस खोजबिन में दो वर्षीय वंशिका का शव उसके दादा के सीने से लिपटा हुआ पाया गया़ यह दृष्य देख सभी की आंखे नम हुई थी.