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प्रतीकात्मक तस्वीर

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वर्धा. अज्ञात ने मोबिक्यूक वालेट से 2 बार आनलाइन ट्रांजेक्शन कर व्यक्ति को 41,598 रुपए की चपत लगाई गई. प्रकरण में रामनगर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है. नालवाड़ी के वास्तुविश्व अपार्टमेन्ट निवासी रेजी वर्गीस (54) रियल इस्टेट बिजनेस का काम करते है. मोबाइल पर उनका मोबिक्यूक वालेट है, जो एक नान बैंकिंग फाइनेन्स कंपनी चलाती है.

वालेट को चलाने के लिये क्रेडिट मिलता है. पश्चात 15 दिन बाद उक्त राशि कंपनी के वालेट में जमा करनी होती है. कंपनी का मुख्य दफ्तर हरियाणा के गुढगांव में है. वर्गीस के वालेट में 14 अगस्त 2023 को 70,272 रुपये थे. उन्हें रात्रि के समय दो ट्रांजेक्शन होने की बात ध्यान में आयी़ जो पहला 25,848 व दूसरा 15,850 का था.

दोनो ट्रांजेक्शन छत्तीसगढ़ स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड और पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लि. के लिये हुआ था. इस संबंध में कंपनी से शिकायत कर वालेट एप ब्लाक करने को कहा गया़ पश्चात साइबर पुलिस में पहुंच कर शिकायत दर्ज करायी. जांच करने पर अरुण कुमार शर्मा का नाम सामने आया. संबंधित से मिलने पर पता चला कि उनके होटल का इलेक्ट्रिक बिल वीरेंद्र उर्फ बाबू सोना ने किया था. उससे भी संपर्क हुआ, परंतु वह रुपये लौटाने में टालमटोल करने लगा. अंतत: प्रकरण में मामला दर्ज कर पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है.