मानोरा. मानोरा में किसान खरीफ सत्र का नियोजन करें. क्योंकि खाद किल्लत निर्माण होने की संभावना है. आगामी खरीफ सीजन में खाद किल्लत होने की संभावना से किसानों ने खरीफ फसल के लिए अभी से नियोजन करें और किसी एक विशिष्ट खाद का आग्रह नहीं करते हुए खाद की उपलब्धता अनुसार खाद खरीदी करने का आहवान कृषि विभाग की ओर से किया जा रहा है. खरीफ सीजन यह किसानों के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण सीजन रहता है.
कृषि उपज में वृद्धि हो रही होगी तो भी उत्पादन वृद्धि के लिए रासायनिक खाद आवश्यक रहती है. प्रतिवर्ष किसान आवश्यकतानुसार समय पर खाद की खरीदी करता हैं. देश को बाहरी देश से खाद आयात करना पड़ता है. लेकिन इस वर्ष दो देशों में चल रहे युद्ध का परिणाम आयात व निर्यात पर हो रहा है.
इस वर्ष खाद के आयात पर परिणाम होने की संभावना से खाद की किल्लत होने की संभावना है. हालांकि प्रतिवर्ष किसान गुढ़ी पाड़वा से नए वर्ष के कार्य के लिए शुरुआत करते हैं. लेकिन इस वर्ष आगामी खरीफ मौसम का नियोजन कर शीघ्र खाद बीज खरीदी करने की सलाह कृषि विभाग द्वारा दी जा रही है. खरीफ सीजन पर कृषि विभाग की ओर से किसानों को समय-समय पर मार्गदर्शन किए जाने की बात कृषि विभाग द्वारा की जा रही है.
घर के सोयाबीन अंकुरण क्षमता की जांच करें – तहसील कृषि अधिकारी घोड़ेकर
तहसील के सभी किसान घर के सोयाबीन बीजों के अंकुरण क्षमता की जांच कर बुआई के लिए उपयोग करें. हर साल बाजार से सोयाबीन के बीज खरीदने की जरूरत नहीं है. फसल उत्पादन लागत में बीज उत्पादन का बड़ा योगदान है. इसलिए प्रशासन अपने घर या अपने आसपास के किसानों की सोयाबीन अंकुरण क्षमता का परीक्षण कर बुआई करने की अपील कृषि विभाग के कृषि अधिकारी विनोद घोड़ेकर तथा पंचायत समिति कृषि अधिकारी मकासरे द्वारा की जा रही है.