यवतमाल के घोटी आश्रम स्कूल के 25 विद्यार्थियों को विषबाधा,

Loading

घाटंजी. तहसील के घोटी स्थित युग निर्माण आश्रम स्कूल में रहनेवाले 25 छात्रों को भोजन से विषबाधा होने की घटना सामने आयी है. यह घटना सोमवार 9 अक्तूबर की सुबह 11 बजे सामने आयी. विषबाधा होनेवाले सभी विद्यार्थियों की तबीयत फिलहाल स्थिर बतायी जा रही है. लेकिन आश्रमस्कूल की कार्यशैली पर पालकों ने रोष जताते हुए जांच की मांग उठायी है.

मिली जानकारी के अनुसार घाटंजी तहसील के घोटी में युग निर्माण आश्रम स्कूल है. इस आश्रमस्कूल में रहनेवाले छात्रों को नियमित रूप से सोमवार की सुबह 10 बजे के करीब भोजन दिया गया. लेकिन भोजन करने के कुछ समय बाद ही 25 छात्रों को उल्टीयां, जी मचलाना, बुखार और अस्वस्थ महसूस होने लगा. विद्यार्थियों ने वहां पर मौजूद कर्मचारियों को इस बारे में बताया.

कर्मचारियों ने तुरंत वरिष्ठों को जानकारी देते हुए छात्रों को घाटंजी ग्रामीण अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया. डॉक्टरों ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल छात्रों पर उपचार किया. घटना हवा की तरह पूरी तहसील में पसर गई. इसी दौरान घटना की जानकारी मिलते ही पालकों की भीड भी ग्रामीण अस्पताल में उमड गई थीं.

छात्रों की तबीयत का हाल जानने के बाद पालकों ने आश्रमस्कूल प्रबंधन के खिलाफ अपना रोष जताया. 12 विद्यार्थियों की तबीयत अस्वस्थ रहने से उनको यवतमाल के सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया है. इन विद्यार्थियों की तबीयत खतरे से बाहर है. भोजन अथवा अत्याधिक गर्मी के चलते छात्रों को यह परेशानियां झेलनी पडी है, यह जानकारी वैद्यकीय अधिकारी डा. अक्षय ठमके ने दी है.

सभी छात्र सुरक्षित

घाटंजी तहसील के दत्तापुर के सत्यसाईं बहुउद्देशीय ग्रामीण विकास संस्था द्वारा संचालित युग निर्माण आश्रमस्कूल घोटी में रहनेवाले कुछ छात्रों को सोमवार की सुबह अस्वस्थ महसूस हो रहा था. आश्रमस्कूल प्रबंधन ने तत्काल छात्रों को रामपुर के स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए दाखिल किया. वहां से तुरंत घाटंजी के अस्पताल और बाद में यवतमाल के जिला सामान्य अस्पताल में लाया. जिला सामान्य अस्पताल में मरीजों की भीड रहने से छात्रों को बेहतर उपचार मिले इसके लिए डा. भरत राठोड के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया.

इनमें से केवल दो छात्राओं को मासिक धर्म की शिकायत होने से उनको असहज महसूस हो रहा था. डॉक्टर ने छात्रों की  इसीजी, ब्लड रिपोर्ट के अलावा संपूर्ण जांच करने पर विषबाधा नहीं होने की पृष्टी की. विषबाधा की अफवा पसरने से पालकों में चिंता निर्माण हो गई थीं. सभी छात्रों की तबीयत ठीक होने से उनको डिस्चार्ज देकर छात्रावास रवाना कर दिया गया है. यह जानकारी आश्रमस्कूल संचालन साहबराव पवार ने दी.