अपर जिलाधिकारी ने रेतघाटों पर पहूंचकर राजस्व यंत्रणा के कामों का लिया जायजा

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    • वरिष्ठ अधिकारी के बाद तहसील की राजस्व यंत्रणा सतर्क

    उमरखेड. तहसील में राजस्व प्रशासन और रेत तस्करों के बीच सांठगांठ और रेतघाटों पर जारी धडल्ले से अवैध उत्खनन और रेत चोरी के मामलों पर यवतमाल जिलाधिकारी से शिकायत के बाद तहसील राजस्व विभाग यंत्रणा की लापरवाही और नकारा कामकाज उजागर हुआ, जिसके बाद अपर जिलाधिकारी प्रमोदसिंह दुबे ने उमरखेड के राजस्व यंत्रणा के कामकाज की जांच पडताल करते हुए तहसील के उंचवडद और हातला रेतघाट पहूंचकर वहां की स्थिती का जायजा लिया.

    अपर जिलाधिकारी के अचानक हुए इस निरीक्षण दौरे से तहसील की राजस्व यंत्रणा में हडकम्प मचा हुआ था.इस दौरान उन्होने राजस्व यंत्रणा के कामकाज पर कडी नाराजी जतायी, एैसी जानकारी सुत्रों ने दी.बता दें की इससे पहले अपर जिलाधिकारी दुबे ने उमरखेड राजस्व यंत्रणा को रेती तस्करी के खिलाफ उचित कारवाई के निर्देश दिए थे.

    निंदे से जागे राजस्व दस्ते ने मारा रेतीघाट पर छापा

    अपर जिलाधिकारी दुबे ने 2 जुन को उमरखेड पहूंचकर रेत के अवैध उत्खनन और तस्करी के मामलें में राजस्व यंत्रणा को कडी कारवाई के निर्देश दिए, इसके बाद निंद से जागी उमरखेड राजस्व यंत्रणा के एक दस्ते ने गुरफली रेतीघाट क्र.2 पर छापा मारा, इस दौरान आधा ब्रोस अवैध रेत से लदा ट्रैक्टर जब्त कर तहसील कार्यालय में जमा किया गया.

    इस कारवाई में नायब तहसीलदार सुभाष पाईकराव,पटवारी पी.बी.भालेराव,पटवारी आर.ए.भोजने समेत राजस्व विभाग के कर्मचारी शामिल थे, बताया जाता है इसी रेतीघाट पर अन्य ट्रैक्टरों में अवैध रेत भरी जा रही थी, राजस्व दस्ते के पैनगंगा नदी पात्र के रेतीघाट पर पहूंचने की भनक उन्हे दे दी गयी, जिससे रेत तस्कर वाहनों समेत वहां से भाग खडे हुए.एैसे में अपर जिलाधिकारी के कडे निर्देशों के बाद दिखावे के लिए एक ठिकाने पर छापा मारकर राजस्व यंत्रणा खुद की पीठ थपथपा रही है, एैसी चर्चा परिसर में जारी थी.

    तो दुसरी ओर बिते 3 माह से तस्करों द्वारा तहसील में रेतघाटों पर उत्पात मचाकर हजारों ब्रास रेत का नियमों के खिलाफ जखीरा जमा करने की जानकारी उजागर होने के बावजुद इस मामलें में कारवाई नही की गयी है, ढाणकी ,उंचवडद , धारचातारी, कोपरा , माणकेश्वर , सावलेश्वर गांजेगाव साखरा , चातारी , बोरी  समेत अनेक गांवों में और मुख्य रास्तों पर अवैध रेत का जखीरा जमा है, जो पटवारी और मंडल अधिकारीयों को न दिखने से हैरानी जतायी जा रही है.एैसे में इस गंभीर मामलें में खुद जिलाधिकारी द्वारा ध्यान देकर कडी कारवाई करें एैसी मांग की जा रही है.

    विश्वसनिय सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राजस्व विभाग के कुछ अधिकारी, कर्मचारीयों नें जो रेतघाट निलाम नही हुए है, वहां पर अवैध रेत तस्करी करनेवालों से आर्थिक संबंध जोड रखे है, जिससे कारवाई दस्ते के आने के पहले ही अवैध रेत खनन करनेवालों लोगों को जानकारी दे देते है, एैसे में राजस्व यंत्रणा के कर्मचारीयों के दैनंदिन तौरपर कॉल रिकॉर्ड जांचने तथा स्थानिय प्रशासन को सुचना न देकर वरिष्ठ अधिकारीयों ने आकस्मीक छापामारी करने पर चोरी हो रहा राजस्व सरकारी तिजोरी में जमा होकर राजस्व यंत्रणा के कारगुजारीयों का पर्दाफाश हो सकता है.एैसी चर्चा सभी स्तरों पर जारी है.