Heat Stroke
File Photo

Loading

 

यवतमाल, ब्यूरो. जिले में पिछले कुछ दिनों से तापमान में लगातार इजाफा हो रहा है. अगले 10 दिनों में तापमान और बढ़कर 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है.  इस दौरान हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए नागरिकों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

तेज धूप में बाहर जाने से बचें, खासकर दोपहर 12:00 बजे से शाम 4:00 बजे के बीच, थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी पिएं, हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें, बाहर निकलते समय सिर और मुंह को ढकने के लिए टोपी, दुपट्टा, दुपट्टा का प्रयोग करें, छाते का प्रयोग करें और अपने साथ पानी रखें.

शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचना चाहिए. साथ ही बासी खाना खाने से बचें।  धूप में काम करते समय चेहरे और सिर को सफेद कपड़े से ढक लें. यदि आपको चक्कर और बीमार महसूस हो, तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर को दिखाएँ. उससे पहले ओआरएस, लस्सी, छाछ, नींबू पानी का सेवन करें.

घर में छोटे बच्चे हैं तो उन पर विशेष ध्यान दें. दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच बच्चे बाहर न निकलें इसका ध्यान रखा जाए.  सुनिश्चित करें कि आप दिन भर में पर्याप्त पानी पीते हैं.

 हीट वेव से पीड़ित व्यक्ति के उपचार के लिए व्यक्ति को ठंडे स्थान पर रखना चाहिए. शरीर के तापमान को नीचे लाने की कोशिश करें. इन्हें गीले कपड़े से पोंछते रहें. सिर पर ठंडा पानी डालें, ओआरएस, लस्सी, छाछ, नींबू पानी देना चाहिए और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल होते ही इलाज शुरू कर देना चाहिए.  इसके अलावा, कलेक्टर अमोल येडगे ने यवतमाल जिले के नागरिकों से पालतू जानवरों को छाया में रखने और उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी देने की अपील की है.